अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने धरना स्थल पर मनाया भूमकाल दिवस
नारायणपुर । नारायणपुर जिले के तोयमेटा में सर्व आदिवासी माड़ बचाओ मंच के बैनर तले अबूझमाड़ के ग्रामीण 5 नवंबर से घोटूल प्रांगण में तीन सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है ग्रामीणों ने आज 113 वी भूमकाल दिवस धूमधाम से मनाया । इस दौरान घने जंगलों के बीच हजारों ग्रामीणों ने रैली निकालकर शहीद वीर गुण्डाधुर , शहीद बिरसा मुंडा , रानी लक्ष्मी बाई , जल जंगल जमीन हमारा के नारे जमकर लगाए । ग्रामीणों का कहना है कि जल जंगल जमीन हमारा है वर्ष 1910 भुमकाल दिवस फरवरी महीने में अमर शहीदों की याद में आदिवासी मनाते आ रहे है इसलिए हमारे धरना स्थल पर ही भूमकाल दिवस मनाया गया है हमारी तीन सूत्रीय मांग पेशा कानून लागू करे , नवीन पुलिस कैंप और वन संरक्षण अधिनियम 2022 को रद्द करने की मांग जब तक पूरी नहीं होगी हमारी लड़ाई इसी तरह जारी रहेगी । नारायणपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ के घने जंगलों के बीच लगभग 50 गांवों के ग्रामीण अपनी तीन सूत्रीय मांगो को लेकर धरने पर बैठे है । धरना स्थल पर आज 113 वी भुमकाल दिवस पर ग्रामीणों ने धरना स्थल से रैली बीच जंगलों के बीच निकाला और शहीदों के जयकारे के नारे लगाए । ग्रामीणों का कहना है कि जल जंगल जमीन को बचाने के लिए हमारे शहीद वीर गुण्डाधुर , शहीद बिरसा मुंडा ने अंग्रेजो से लड़ाई लड़ी थी । आज उनकी याद में हम लोगो ने भुमकाल दिवस मनाया है । हम भी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अपनी लड़ाई लड़ रहे है जब तक सरकार हमारी मांगो को पूरा नहीं करेगी हमारी लड़ाई ऐसी जारी रहेगी । हम सब ग्रामीण अपने घर बार को छोड़कर अपनी मांगों को लेकर बैठे है लेकिन अब तक शासन प्रशासन हमारी मांगो को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है और ना ही हमारे धरना स्थल पर हमसे मिलने नही पहुंचा है क्यों ।