मेले में परिवार से बिछड़े बच्चों को पुलिस ने कुछ देर में ही ढूंढ कर परिवार को सौंपा
कवर्धा । कबीरधाम जिले के ग्राम डोंगरिया और झिरना के माघी पुन्नी मेले में बड़ी संख्या में ग्रामीण, बच्चे व महिलाएं पहुंचे। ग्राम डोंगरिया और झिरना के माघी पुन्नी मेले के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या और भी अधिक रही। इसी दौरान 12 बच्चे अपने परिवार से भीड़ में बिछड़ गए। इसके बाद कबीरधाम पुलिस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही देर में बच्चों को ढूंढ कर परिजनों को सकुशल सौंपा। पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन में मेला स्थल में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे ने बताया कि ग्राम डोंगरिया और झिरना के मेला में अत्याधिक भीड़ थी, इसी दौरान ये 12 बच्चे अलग-अलग समय में अपने परिवार के सदस्यों से बिछड़ गए। जिसमे 1 बच्चा महज 1 साल 6 माह का था। इसकी सूचना तत्काल परिजनों ने मेला स्थल में बने पुलिस कंट्रोल रुम को दी। इसके बाद कबीरधाम पुलिस की टीम ने बिछड़े बच्चों को ढूंढने के लिए पतासाजी व पेट्रोलिंग शुरू की। पुलिस की टीम ने कुछ ही देर में सभी बच्चों को ढूंढ कर उनके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस टीम की इस तत्परता से परिजनों ने प्रशंसा भी की। एएसपी श्रीमती मनीषा ठाकुर ने बताया कि इस आयोजन से गुड फैक्ट्री लगभग बंद रहता है। उन्होंने बताया कि गुड फैक्ट्री के मजदूर भी मेला घूमने आए थे। इस दौरान एमपी, यूपी से आए मजदूरों के बच्चे जो मेला घूमने आए थे, जो अपने साथियों से बिछड़ गए थे। बिछड़े हुवे बच्चो एवं लोगो को कबीरधाम पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग गाड़ी से गंतव्य स्थान तक छोड़ा गया।
मेला स्थल में चलाया जन जागरूकता अभियान
पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन में मेला स्थल में कबीरधाम पुलिस द्वारा महिला, बच्चों संबंधी अपराध, नशा-मुक्ति, सायबर संबंधी अपराध, यातायात नियमों का पालन करने संबंधी विषय पर जागरूकता अभियान भी चलाया। पुलिस जवानों ने मेला स्थल में बच्चों संबंधी अपराध, नशा-मुक्ति, सायबर संबंधी अपराध, यातायात नियमों को मेला घूमने आए बच्चों, महिलाओं और ग्रामीणों को विस्तार से समझाया।