अग्नि सुरक्षा के नाम पर नौ तहसीलों में मात्र चार फायर बिग्रेड की सुविधा
राजेश अग्रवाल
पत्थलगांव । अग्नि सुरक्षा के नाम पर जिले में मातर्् चार दमकल मौजुद है,पत्थलगांव नगर पंचायत के अलावा तीन दमकल जशपुर नगर सैनिको के द्वारा संचालित की जा रही है। कुल मिलाकर जिले की नौ तहसीलो मे अग्नि सुरक्षा के नाम पर चार दमकल मौजुद है,इनमे से पत्थलगंाव नगर पंचायत की दमकल का रहना या ना रहना किसी काम का नही है। यहा होने वाली आगजनी की घटना के बाद नगर पंचायत की दमकल की घंटी सुनायी देती है। ऐसा ही वाक्या दिन रविवार को सरकारी चावल से लदे एक ट्रक के धूं धूं जलने के दौरान दिखायी दिया,जब घटना स्थल पर मौजुद लोगो ने नगर पंचायत मे फोन कर वाहन मे लगी आग बुझाने के लिए दमकल की सहायता मांगी गयी तो युवको द्वारा आग बुझाने के बाद घटना स्थल पर दमकल का प्रवेश हुआ। कुल मिलाकर जिले मे अग्नि सुरक्षा के नाम पर अधिकांश व्यवसाय अछुता नजर आ रहा है,जिले मे बडी आगजनी की घटना होने पर जशपुर मे स्थित सैनिको के सुपुर्द अग्निशामक वाहन का ही सहारा बाकी बच गया है,यदि वहां से घटना स्थल की दूरी कुछ दूर हो तो आग पर काबू पा लिया जायेगा,यदि यही दूरी का दायरा बढता है तो दमकल की सुविधा सामान खाक होने के बाद ही मिल सकता है। आठ ब्लाक के व्यवसायिक जिले मे अग्नि सुरक्षा के नाम पर इस तरह का खिलवाड यहा के प्रशासनिक अमला के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर भी सवाल खडे कर रहे है। इतने बडे जिले मे अग्नि सुरक्षा के नाम पर एक नगर पालिका एवं चार नगर पंचायतो के बीच मातर्् चार दमकलो का होना अग्नि सुरक्षा के नाम पर सवाल खडे कर रहा है। पिछले दिनो यहा की एक मिक्चर बनाने वाली फैक्ट्री मे भीषण आग लग गयी थी,पत्थलगांव नगर पंचायत का दमकल अपनी आदत के अनुसार घंटो बाद वहा दस्तक दे पाया,तब तक आग की लपटे काफी भयंकर हो गयी थी,किसी तरह जशपुर एवं अंबिकापुर से आकर वहा अग्नि सुरक्षा प्रदान की गयी,जिससे फैक्ट्री मे लगी आग को काबू मे कर लिया गया।।
आधुनिक दमकल की उठी मांग-:जिले की चार नगर पंचायतो की बात करें तो तीन नगर पंचायतो के पास स्वयं का दमकल नही है,यदि बगीचा,कुनकुरी या फिर कोतबा मे आगजनी की घटना होती है तो उन्हे जशपुर या पत्थलगांव की दमकल पर आश्रित होना पडेगा,ऐसे मे आगजनी की घटना काफी विकराल रूप ले सकती है,परंतु इस दिशा मे जिले के जनप्रतिनिधियों ने कभी भी कोई पहल नही की। जिले मे दिन प्रतिदिन कलकारखाने एवं उद्योग धंधे काफी संख्या मे बढ रहे है,जिसके कारण अब जिले की लगभग सभी निकायो मे आधुनिक दमकल की मांग उठने लगी है। पिछले दिनो शहर मे हुयी आगजनी की घटना मे नगर पंचायत पत्थलगांव का जर्जर दमकल अपनी कोई सुविधा नही दे पाया था,जिसके कारण चौथी मंजील मे लगी आग बुझाने के लिए आधुनिक दमकल की कमी महसूस हुयी थी।।
काम से अधिक मरम्मत में खर्च-एक दशक पूर्व नगर पंचायत मे दमकल की खरीदी की गयी थी,दमकल की हालत काफी जर्जर हो चुकी है,जिसका फायदा नगर पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारी खुलकर उठा रहे है। यहा की दमकल आगजनी की घटना मे कोई लाभ तो नही पहुंचा पाती,परंतु नगर पंचायत ने बनने वाले बिलो की यदि जांच कर ली जाये तो हर माह दमकल के मरम्मत मे हजारो रूपये खर्च जरूर दिखा दिया जाता है। नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्यामनारायण गुप्ता ने बताया कि पिछले कुछ सालो मे दमकल की मरम्मत मे खर्च रूपयो का हिसाब लगाया जाये तो उतने रूपयो मे नगर पंचायत एक नयी दमकल की खरीदी कर सकती थी। उनका कहना था कि वर्तमान मे दमकल नगर पंचायत के संबंधित अधिकारीयों के लिए अपनी जेब भरने का जरिया बनी हुयी है।।