नियद नेल्लानार योजना के तहत अंदरूनी क्षेत्रों के ग्रामीणों तक पहुंच रही हंैं मूलभूत सुविधाएं
बीजापुर। नियद नेल्लानार योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके अन्तर्गत जिले के अत्यंत सुदूर एवं अंदरूनी क्षेत्रों के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्घ कराने की भरसक प्रयास जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है। इसी क्रम में गंगालूर सहकारी समिति में गंगालूर क्षेत्र के अत्यंत सुदूरवर्ती गांव पालनार, बुरजी, पेद्दाकोरमा, रेड्डी, हिरोली जैसे विभिन्न गांवों के ग्रामीणों और किसानों को उन्नत किस्म के धान का बीज, डीएपी, यूरिया सहित प्रति किसान 28 सौ रुपए के खाद-बीज एवं भूमि सुधार हेतु प्रत्येक किसान को एक हजार रुपए का वितरण कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय द्वारा किया गया। इस दौरान मत्स्य विभाग द्वारा हितग्राहियों को जाल वितरण किया गया।
अंदरूनी क्षेत्रों से भारी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति और उनका उत्साह देखने को मिला। ग्रामीण अंदरूनी क्षेत्रों में विकास के प्रति उत्साहित नजर आ रहे हैं और मुख्य धारा में जुड़कर अपने भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए विकास में अपना सहभागिता देने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय ने ग्रामीणों को बताया कि नियद नेल्लानार के तहत जिले के चिन्हांकित 33 गांवो में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को देने के लिए लगातार कार्य कर रही है जिससे ग्रामीण अपनी आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक विकास कर सके।
अशिक्षा, कुपोषण, गरीबी जैसे सामाजिक बुराई को समाप्त कर एक उन्नत जीवन शैली अपना सके और भावी पीढ़ी को वह सभी सुविधाएं उपलब्ध करा सके जिससे वह सब अभी वंचित है। लोकतांत्रित व्यवस्थाओं के अनुरूप सभी को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं एक अच्छे जीवन जीने का अधिकार है। उनके अधिकारों का हनन करके उन्हे इन बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखने वाले उनके हितैषी नही है बल्कि मानव जीवन के दुश्मन है ऐसे विचार धारा वाले लोगों से दूर रहे और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए जागरूक बनकर विकास में सहयोग देने की अपील कलेक्टर ने की। ग्रामीणों के विभिन्न मांगो एवं समस्याओं से अवगत होकर उनका समाधान करने का भी आश्वासन दिए। इस दौरान एसडीएम बीजापुर श्री जागेश्वर कौशल, तहसीलदार बीजापुर श्री डीआर ध्रुव, उप संचालक कुषि श्री पीएस कुसरे, उप संचालक पशुधन विकास डॉ. एसएस राजपूत, सहायक संचालक उद्यानिकी, मत्स्य विभाग सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।