https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

बिजली तार के संपर्क में आने से ट्रक में लगी आग

भिलाई । भिलाई नगपुरा चौकी क्षेत्र पटाखों से भरे ट्रक में आग लग गई। चर्चा है कि बिजली कपंनी की उच्च क्षमता वाली लाइन काफी नीचे से गुजरी है, जो ट्रक के संपर्क में आ गई और पटाखों भरे ट्रक में आग लग गई घटना गनियारी-बोरई रोड पर आबादी से दूर हुई। इस वजह से बड़ी जनहानि टल गई नगपुरा चौकी प्रभारी संतोष साहू ने बताया कि गनियारी- बोरई रोड पर बिजली कंपनी की हाई टेंशन लाइन गुजरी है। यह लाइन – गनियारी बोरई मुख्य मार्ग पर अपनी निर्धारित ऊंचाई से काफी नीचे से गुजरी है। ग्रामीणों ने बताया कि दो वर्ष पूर्व गनियारी बोरई मुख्य मार्ग जो एकल मार्ग था, लगभग सात फीट ऊंची हो गई थी। तभी से गांव वाले लगातार विद्युत मंडल से लाइन ऊंची करने के लिए गुहार लगा रहे स्कूल बस, ट्रक आदि भारी माल वाहक की आवाजाही इस मार्ग से नियमित होती है, जो की काफी जोखिम भरा है। उक्त दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई है, हादसा होते ही ड्राइवर और हेल्पर ने केबिन से कूदकर अपनी जान बचाई। घटना की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन, फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंच गया था फायरवर्क्स के संचालक हेमंत जैन ने बताया कि दोपहर 12 बजे के करीब घटना हुई। ग्रामीणों ने बताया कि सात फीट सड़क ऊंची करने के पहले पीडब्ल्यूडी को बिजली कंपनी से स्वीकृति लेनी चाहिए थी, नियम अनुसार सड़क से 6.1 मीटर पर हाई टेंशन की ऊंचाई सड़क से होनी चाहिए। नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही थीं और आज हादसा हो गया आग लगने की सूचना पर अग्निशमन व आपदा प्रबंधन की दो टीमों तत्काल पहुंची। पटाखों से भरे ट्रक में लगी आग को बड़ी सावधानी से बुझाया गया आग की चपेट में आने से आस पास के खेतों में भी आग लग गई थी उस पर भी समय पर काबू पा लिया गया अहम बात यह रही कि पटाखा का गोदाम घटना स्थल से 400 मीटर की दूरी पर था, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाती, जिसमें जानमाल के नुकसान भी हो सकता था
लाखों रुपए के पटाखे जल कर नष्ट हो गए:हेमंत जैन
लाखों रुपए के पटाखे लाखों रुपए का पटाखा था। आगजनी की घटना बिल समेत पटाखे का सारा दस्तावेज जलकर खाक हो गया जहां से पटाखा आ रहा था। उस ट्रक में मेरे अलावा कितने लोगों का पटाखा था। यह स्पष्ट नहीं बता पाउंगा एके बिजौरा ईई, बिजली कंपनी ने बताया कि नहीं मिली है शिकायत हाईटेंशन तार 18 फीट में लगाया जाता है। ग्रामीणों की कोई भी शिकायत इससे जुड़ी अब तक नहीं मिली है। यह ट्रमिशन लाइन है दीगर राज्यों में यहां से बिजली पहुंचती है हाईटेंशन लाइन से एक साथ दो ट्रक निकल सकता है

Related Articles

Back to top button