गरियाबंद में असाक्षरों को साक्षर बनाने का दिया प्रशिक्षण
राजिम । केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 में शामिल करके सबके लिए शिक्षा जन जन साक्षर के तहत देश में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाई जा रही है. इस कार्यक्रम का आगाज छत्तीसगढ़ में भी एस सी ई आर टी के प्रशिक्षण से शुरुआत हुई. जिसके तहत गरियाबंद जिले के जिला कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल,मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव एवं जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद के मार्गदर्शन में ग्राम प्रभारियों व सर्वेयरों के लिए महत्वपूर्ण प्रशिक्षण स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल गरियाबंद में आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में जिला परियोजना अधिकारी(साक्षर भारत गरियाबंद) बुद्धविलास सिंह मास्टर ट्रेनर लोकेश्वर सोनवानी ने प्रशिक्षण दिया.ज्ञात हो कि केंद्र सरकार के द्वारा एन ई पी 2020 में सभी के लिए शिक्षा जोड़कर देश के उन असाक्षरों और साक्षर करने का महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाई जा रही है.जो अक्षर ज्ञान व अंक ज्ञान से अनभिज्ञ है.इनको पूर्णत: साक्षर करने 2022 से 2027 तक. कार्य योजना तैयार की गई है इस बार के कार्यक्रम में अक्षर ज्ञान के साथ साथ गणितीय ज्ञान व टेक्नोलॉजी के शिक्षा को विशेष रूप से जोड़ा गया है. इस कार्यक्रम से गैर साक्षरों के उच्च जीवन स्तर को जोड़कर देखा जा रहा है. इसके लिए जिला परियोजना अधिकारी(साक्षर भारत गरियाबंद) बुद्धविलास सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम को पूरे ईमानदारी और लगन के साथ एक्शन मोड में करना है व ऑनलाइन एंट्री का कार्य भी करना है. गरियाबंद जिले के पांचो विकासखंड के गैर साक्षरों का चिन्हाकित कर उनको उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में जोडऩा है.उन्होंने आगे कहा कि गैर साक्षरों के सर्वे करने उनके घर जाकर उनकी लिस्टिंग करना है फिर उसे उल्लास एप्प के माध्यम से ऑनलाइन करने से है. एक वालेंटियर कम से कम 10 गैर साक्षरों को साक्षर करने क्लास लेंगे तत्पश्चात उनको राष्ट्र व्यापी महापरीक्षा में शामिल करना है.जिला व ब्लॉक मास्टर ट्रेनर लोकेश्वर सोनवानी ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार का उद्देश्य देश में गैर साक्षरों में प्रतिशत को कम करना अथवा पूर्णता कम करना है. इसके लिए उल्लास में भारत साक्षरता कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है. जिसके लिए. आने वाले 17 मार्च को राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।