https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

हनोदा के सरपंच के खिलाफ ग्रामवासियों ने किया विरोध प्रदर्शन

उतई । ग्राम हनोदा में बजरंग प्रागण भांठापारा के बगल में जर्जर हो चुके पुराने शासकीय प्राथमिक शाला का निर्माण किया जा रहा है।जिसका विरोध ग्राम वासियों द्वारा किया जा रहा।ग्रामवासियों का कहना है पिछले ग्राम सभा मे भी हम 200 से ज्यादा संख्या में उपस्थित थे लेकिन नोडल अधिकारी के अनुपस्थिति में बैठक स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद आज ग्राम पंचायत में स्थगित ग्राम सभा रखी गयी जिसमे 400 से ज्यादा लोग बजरंग प्रांगण के बगल में स्थित प्राथमिक शाला को स्थानांतरित कराने पहुँचे थे।लेकिन सरपंच तेजराम चंदेल द्वारा ग्राम सभा की अवहेलना कर अपने मन मुताबक अपने पद का फायदा उठाते हुए एकाएक फैसला लेकर ग्राम सभा में स्थानांतरित करने वालो के पक्ष में ज्यादा संख्या देख ग्राम सभा को फिरसे स्थगित कर दिया गया।जिसके कारण पूरे गांव के लोग आक्रोश में है।गांव वालों का कहना है कि गांव में यह एक मात्र स्थान बचा हुआ है जहाँ ग्राम के सभी बड़े आयोजन हो सकते है आज ग्राम में कोई भी कार्यक्रम कराने के लिए रोड ब्लॉक किया जाता है साथ ही हफ्ते में दो दिन लगने वाले बाजार के लिए भी जगह कम पड़ रही है जिसकी वजह से बाजार भी रोड पर बैठना पड़ रहा जिसके वजह से आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित हो रही है।साथ ही स्कूल रोड से लगे होने के कारण 3 बालको का एक्सीडेंट भी हो चुका है।जिसे देखते हुए ग्रामवासी ने पहले अक्ती के अवसर पर सरपंच को आवेदन दिया गया लेकिन सरपंच ने इसे सिरे से नकारते हुए स्कूल को स्थानांतरित करने से मना कर दिया जिसके बाद गांव वाले हतास हो गए और कुछ दिनों में ही स्कूल का काम चालू कर दिया गया।लेकिन स्कूल का काम चालू होते देख ग्रामवासियों ने ग्रामीण स्तरीय बैठक रखा जिसमे ग्राम के सभी प्रबुद्धजन उपस्थित थे।जिसके बाद ग्रामवासियों द्वारा फैसला लिया गया की सर्वप्रथम पुन: ग्राम पंचायत में आवेदन दिया जाए जिसके अगले ही दिन सरपंच को स्थानांतरित करने आवेदन दिया गया लेकिन सरपंच ने कार्य प्रारंभ होने के कारण इसपर रोक लगाने से मना कर दिया,कोई भी कार्यवाही नही होने के कारण ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में जिलाधीश महोदय और छेत्र के विधायक व गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के पास पहुँच गए।जिसपर जिलाधीश महोदय ने कोई भी कार्यवाही नहीं कि।लेकिन गृहमंत्री ने इसे आपस मे सुलझाने सुझाव दिया और कहा ग्राम सभा मे दोनों पक्ष अपना बहुमत साबित करे,जिसके पक्ष में ज्यादा लोग होंगे उसके अनुरूप काम किया जाएगा ऐसा आश्वासन दिया।लेकिन गृहमंत्री की अवहेलना कर जिला शिक्षा अधिकारी ने ग्राम सभा के 2 दिन पहले ही आदेश निकाल कर काम चालू करने आदेश दे दिया।जिसके बाद स्थानीय ठेकेदार ने स्कूल प्रांगण में निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया था जिसे ग्रामीणों ने मजदूरों को ग्राम सभा होने तक कार्य बंद रखने कहा गया।ग्रामवासियों का कहना है कि हमारी मांग को स्वीकार नहीं किया गया तो पूरे ग्रामवासी द्वारा उचित कदम उठा कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

Related Articles

Back to top button