छत्तीसगढ़

अन्य खरीदी केन्द्रों में तैयारी अधूरी अभी तक नहीं पहुंचा डिवाइस

छुरा । शासन द्वारा इस वर्ष नवीन धान खरीदी केंद्र की घोषणा की गई इसमें पिपरछेड़ी में नवीन धान खरीदी केंद्र खोला गया है, जहां पर धान खरीदी की तैयारी के लिए ग्राम पंचायत पीपरछेड़ी व गायडबरी के गांव के लोग श्रमदान व चंदा करके धान खरीदी की तैयारी कर रहे हैं, स्थल पर पहुंचने पर कार्यों की देखरेख करने वाले ने बताया कि धान खरीदी केंद्र के शुभारंभ से गांव में खुशी का माहौल है किंतु तैयारी के लिए प्रशासन के लोग आते हैं और दिशा निर्देश देकर चल देते हैं, पूरा खर्चा दोनों पंचायत के लगभग पांच गांव के लोग उठा रहे हैं एवं गांव में बैठक कर मुनादी करवा कर अलग-अलग दिन अलग-अलग गांव के लोग आकर श्रमदान कर अपने लिए धान खरीदी की तैयारी कर रहे हैं।साथ ही उन्होंने बताया कि यहां पर बिजली, पानी व कार्यालय रूम सहित सभी सुविधाओं का अभाव भी है जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को है किंतु उनके द्वारा किसी प्रकार की मदद नहीं की जा रही है, अभी तक धान खरीदी केंद्र बनाने हेतु जमीन समतलीकरण में 20 घंटा जेसीबी चला है, लगभग 80 ट्रिप मुरुम डाला गया है।और 100 मजदूर अभी तक पीपरछेड़ी के लोग श्रमदान कर चुके हैं एवं आगामी दिनों में क्रमश: गायडबरी, तालेसर, कोसमपानी के लोग आकर श्रमदान करेंगे, ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें डर है कि अगर तैयारी नहीं करेंगे तो प्रशासन द्वारा धान खरीदी केंद्र को चालू नहीं करेंगे जिससे किसानों को परेशानी होगी इसलिए उन्होंने अपना श्रमदान करते हुए धान खरीदी केंद्र की तैयारी कर रहे हैं, वर्तमान समय अभी धान की कटाई का है किंतु उसके बावजूद भी गांव के लोग बारी बारी से आकर धान खरीदी केंद्र में श्रम दान कर रहे हैं, इसी तरह आदिम जाति समिति खड़मा, आदिम जाति सेवा समिति रानीपरतेवा एवं धान खरीदी केंद्र परसदा में भी अभी तक मात्र सिर्फ साफ सफाई के कार्य हुए हैं।एवं जहां पर चबूतरा है वहां पर पुताई का कार्य हुआ है एवं बिजली आने के कार्य अब तक नहीं हुआ, है खरीदी केंद्र परसदा में स्थाई रूप से कार्यालय व रेक रखने के लिए धान की भूसी को चुमड़ी में भर ने कार्य किया जा रहा है। बिजली का कार्य अभी भी अधूरा है, समिति के प्रभारी से चर्चा में बताया कि डिवाइस नहीं मिलने के कारण अभी तक के खरीदी के लिए डेमो नहीं किया गया है। अगर किसी प्रकार की परेशानी होगी तो सुधार किया जाएगा, आदिम जाति सेवा समिति खड़मा के प्रभारी तिलक पटेल ने बताया कि नवीन धान खरीदी केंद्र पीपरछेड़ी खड़मा समिति के अंतर्गत आता है और इसकी तैयारी की जिम्मेदारी समिति की होती है।किंतु शासन द्वारा सुरक्षा भंडार एवं अन्य राशि नहीं मिलने की वजह से पूरी तैयारी ग्राम पंचायत के सरपंच लोग कर रहे हैं और सभी खर्च भीकर रहे हैं समिति में राशि नहीं होने की वजह से हम लोग तैयारी नहीं कर पाए साथ ही साथ उन्होंने कहा कि खड़़मा समिति में बिजली का कार्य अभी नहीं हुआ है रविवार तक उसे पूर्ण किया जाएगा एवं डिवाइस अभी तक नहीं मिला है, परसदा धान केंद्र के प्रभारी दीवान ने बताया कि पूरी तैयारी आदिम जाति सेवा समिति पाठसिवनी के देख-रेख में होती है।अभी कार्य चल रहा है कुछ दिन में तैयारी पूर्ण हो जाएगी।श्रम दान करने वाले अर्जन, अमरचंद, संतोष, प्रेम, तिलक, मनोज, ओम बाई, हिमसिंग, परसदिवान, पवन, नारद, सावन, सतीश, मुकेश, जीवन, जगन्नाथ, मूलचंद, भैयाराम, राजू, जागेन्द्र, मेथीचंद, हीरालाल, छोटू, दिलीप, कुलेश्वरभोला, राजकुमार, भगवानी, आनंदराम, जनक बाई, प्रमिला, बीरेन्द्र, कुन्ती पीकी, विराज, सावित्री, नीरा, चंदर, भूमान, चेमन, राजाराम, प्यारे, अनिल, लगनु, विलास, चिंता, लक्ष्मी विजय, सजन, सुकलाल, चैतराम, खेदु, तुलश हैं।

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