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छत्तीसगढ़

आगजनी से प्रभावित परिवारों को राहत, महापौर ने वितरित की दैनिक जरूरत की सामग्री

भिलाई। आगजनी से प्रभावित परिवारों के मदद के लिए विधायक देवेंद्र यादव एवं महापौर नीरज पाल विगत दिन सूचना प्राप्त होते ही सक्रियता से प्रभावितों के साथ खड़े रहे। प्रभावित परिवारों ने इस दौरान बताया कि आगजनी से दैनिक जीवन की चीजें समाप्त हो चुकी हैं, इसको विधायक एवं महापौर ने गंभीरता से लिया। प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर ही उन्होंने राहत शिविर लगाने के निर्देश दिए और मौके पर आला अधिकारी मौजूद होकर राहत कार्य में जुट गए। इसके लिए पूरे आगजनी क्षेत्र का सर्वे भी कराया गया है। लगभग 25 परिवार जिसमें 72 लोग निवासरत थे, इसकी जानकारी सर्वे में प्राप्त हुई है। बताया गया कि ज्यादातर लोग सेक्टर 9 अस्पताल में अटेंडेंट का काम करते हैं। आगजनी से प्रभावित परिवार को मिलने के लिए सीएम के ओएसडी मनीष बंछोर, जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर तथा धर्मेन्द्र यादव, गुरलीन एवं पार्षद कोमल टंडन रात को भी पहुंचे थे और प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनको हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किए थे। अल सुबह प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री का वितरण किया गया। जिसमें प्रमुख रुप से महापौर नीरज पाल, जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, एमआईसी मेंबर सीजू एंथोनी आदि मौजूद रहे। प्रभावित परिवारों के सर्वे सूची के अनुसार राहत सामग्री के रूप में बच्चे, युवा, बुजुर्ग, एवं जवान सभी के लिए कपड़े, कंबल, चप्पल, बाल्टी, मग्गा, ब्रश, इत्यादि दैनिक जीवन की चीजें प्रदान की गई। प्रभावित परिवारों ने इसके लिए राहत की सांस ली। प्रभावित लोगों ने विधायक, महापौर सहित प्रशासन को इसके लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रभावित परिवारों के लिए जिनके दस्तावेज जल गया है उनके लिए आज दस्तावेज बनवाने के लिए शिविर का आयोजन भी किया गया तथा दस्तावेज बनाने की कार्यवाही की गई। परीक्षा को देखते हुए पाठ्यपुस्तक की सामग्री उन्हें विगत रात्रि को ही प्रदान कर दी गई थी। प्रशासनिक कार्यप्रणाली के तहत जो भी व्यवस्था की जा सकती है उसके लिए व्यवस्थाएं मुखरता से विधायक एवं महापौर नीरज पाल के द्वारा की जा रही है। इस पर लगातार विधायक और महापौर की नजर है। गौरतलब है कि कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने भी निरीक्षण कर मौके का जायजा लिया था और उचित व्यवस्था के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था। प्रभावित परिवारों के लिए सुलभ शौचालय सहित पेयजल एवं मोबाइल मेडिकल यूनिट तथा भोजन की व्यवस्था भी कर दी गई थी।

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