छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक में शामिल हुई जिपं अध्यक्ष तुलिका कर्मा
गीदम। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने लगातार छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का आयोजन किया जा रहा है। गीदम में विकासखंड स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में खिलाडिय़ों का उत्साह वर्धन करने जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा पहुँची। सर्वप्रथम माँ दंतेश्वरी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं राज्य गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा ने कहा कि पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक की शुरुआत की गई है। हमारे जिले में प्रतिभा की कमी नही है बस मंच नहीं मिलने के कारण वह आगे नहीं आ सके। ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक के नाम से खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस ओलम्पिक में उन खेलों को शामिल किया गया है जो आज के बच्चे भूल चुके हैं। तुलिका ने कहा कि हमारी संस्कृति और परम्परा ही हमारी पहचान है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लुप्त हो रहे गिल्ली-डंडा, गेड़ी, फुगड़ी सहित कई खेलों को इस ओलंपिक में शामिल किया है, जिससे आज की पीढ़ी पुराने खेलों से परिचित हो सके। जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा ने कहा की सभी खिलाडिय़ों को बधाई, जिन्होंने पारम्परिक खेलों में हिस्सा लिया और जिले का मान बढ़ाया। हर खेल को ईमानदारी स्व खेले और हार से निराश ना हो। जीवन में हार-जीत लगे रहती है बस सोच का फर्क होता है। सुलोचना ने कहा कि हर खिलाड़ी खेल को खेल भावना से खेले ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष साक्षी सुराना, जनपद अध्यक्षअंति वेक, सरपंच बीजू राम कश्यप, अनिल कर्मा, समेत बड़ी संख्या में खिलाड़ी व आम नागरिक मौजूद थे।