पीआरए और समूह चर्चा में किसानों ने बताई अपनी समस्याएं
उतई । छग कृषि महाविद्यालय धनोरा रिसाली के रावे छात्रों ने ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम अंतर्गत आदर्श ग्राम कोडिय़ा में पीआरए एवं किसानों के साथ समूह चर्चा का आयोजन किया। पीआरए एवं किसानों के साथ हुई समूह चर्चा में उन्नत कृषि, जैविक एवं प्राकृतिक खेती, समन्वित फसल प्रबन्धन सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस दौरान प्रमुख रूप से छग कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस. रॉय, रावे समन्वयक विवेक पांडेय, नेयुके मास्टर ट्रेनर एवं पीआरए प्रशिक्षक आदित्य भारद्वाज, नेयुके दुर्ग एनवाईवी एवं शौर्य संगठन कार्यक्रम समन्वयक यादवेंद्र साहू सहित ग्राम के उन्नत किसान चेतन दीपक, राजूलाल साहू, संतोष यादव, सुखऊ, जयपाल, श्यामलाल, उमेश साहू, हिरामन, देवनाथ, नोहर, भुनेश्वर, प्रभु, लोकनाथ, ललित, होमन, केशव, ढालसिंह, हीरालाल, ईश्वरप्रशाद, पतिराम, लतखोर निषाद विशेष रूप से उपस्थित थे।रावे समन्वयक एवं सहायक प्राध्यापक विवेक पांडेय ने बताया सहभागी ग्रामीण आंकेक्षण पीआरए कार्यक्रम में गांव का जल विज्ञान मानचित्र, संसाधन मानचित्र एवं सामाजिक मानचित्र बनाया गया। इन मानचित्रों व सर्वे के आधार पर किसानों से समूह किया गया और चर्चा से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर किसानों की समस्याओं का विश्लेषण किया गया।कार्यक्रम में किसानों के साथ हुई चर्चा में किसानों ने समस्याओं पर प्रकाश डाला जिसमें सरकारी योजनाओं का किसानों तक नहीं पहुँचने, 6 घंटे बिजली कटौती, उर्वरक की अनुपलब्धता, घटते जलस्तर, बन्दर की समस्या, कृषि में कुशल मजदूरों की कमी सहित कई समस्याएं शामिल है।कार्यक्रम को सफल बनाने में आकांक्षा, अमृत, अनीषा, अनुराग, आर्यन, आशिरा, आस्था, छत्रपाल, दमयंती, दीप्ति, देवशंकर, ईश्वर, जान्हवी, कारगिल, कुणाल, कुनिका, मनीष, मनोज, निशांत, ओमशंकर, पारख, प्रज्ञा, रितेश, सुदीप, तरुण, थामस, उमाकांत, वेनिका, विपिन, यशराज, रितिका, खुशबू, अमन, निकिता, वैभव, होषांगी सहित ग्रामीण किसान एवं छग कृषि महाविद्यालय के छात्रों का विशेष योगदान रहा।