छत्तीसगढ़

छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में हिस्सा लेने 8 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे प्रतिभागी

राजिम (फिंगेश्वर)। प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी प्रतिभा को ऊपर उठाने के उद्देश्य से सभी ग्राम पंचायतों में गठित युवा मितान क्लब के माध्यम से इन दिनों छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा हैं। लेकिन जिम्मेदारो के द्वारा राज्य सरकार के ग्रामीण प्रतिभा को ऊपर उठाने के उद्देश्य को नीचे गिराने में लगे हुए हैं। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत स्तरीय खेल के बाद अब 27 जुलाई से जोन स्तरीय छत्तीसगढिय़ा खेल का आयोजन किया जा रहा हैं। प्रत्येक जोन में 8 ग्राम पंचायत के प्रतिभागियों के लिए एक जोन बनाया गया हैं। ऐसे ही ग्राम पंचायत रोहिना जोन में रविवार को जोन स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का समापन किया गया। जहां रोहिना के साथ ग्राम पंचायत परतेवा, देवरी, जेंजरा, कौंदकेरा, सिर्री खुर्द, बहेरापाल, बोरसी के ग्राम पंचायत स्तर के विजेता खिलाड़ी शामिल होकर अपनी प्रतिभा दिखाए। इन खिलाडिय़ों को अपने पंचायत से ग्राम पंचायत व युवा मितान के संयुक्त नेतृत्व में आयोजन स्थल आने जाने के लिए वाहन की व्यवस्था किया गया था। लेकिन ग्राम पंचायत परतेवा के ग्राम पंचायत व युवा मितान क्लब द्वारा अपने गांव के विजेता खिलाडिय़ों को आयोजन स्थल रोहिना आने जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नही किया गया था। नतीजतन परतेवा के खिलाड़ी अपने गांव से 8 किलोमीटर दूर पैदल चलकर आयोजन स्थल रोहिना पहुंचे। वही इस संबंध में हमारे प्रतिनिधि ने ग्राम पंचायत सचिव व जनपद सीईओ से संपर्क करने की कोशिश किया गया, लेकिन दोनों ने फोन रिसीव नही किया। पैदल चलकर जा रहे खिलाड़ी महेंद्र साहू, जितेंद्र ध्रुव, रुद्र वर्मा, चिरंजीव साहू, छम्मन साहू, टोमेश वर्मा, पवन साहू, मनीष साहू, कश्यप गोस्वामी, थनेश्वर साहू, होमेश्वरी साहू, सेवती तारक, नीतू साहू, रोशनी वर्मा, जागृति साहू, यामिनी ध्रुव, दीक्षा साहू, जोगेश्वरी वर्मा, लक्ष्मी यादव आदि ने बताया कि हमारे ग्राम पंचायत व गांव में गठित युवा मितान क्लब द्वारा हम खिलाडिय़ों को लाने ले जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नही किया गया हैं। हम खिलाडिय़ों को खेल का शौक हैं, इसलिए हम पैदल चलकर जोन स्तरीय आयोजित खेल मैदान पहुंच रहे हैं। लेकिन खेल के पहले ही इतनी दूर चलने के बाद थक जाते हैं, जिससे हमारी खेल पर असर पड़ा हैं। सभी ने बताया कि खेल लगभग शाम 7 बजे समाप्त होता हैं। जिसके बाद वापस हमे घर पहुंचने में 8 बजे से ज़्यादा भी हो जाता हैं।

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