किसान यूरिया खरीदने जाता है तो उसे विश्वास होता है कि यह मोदी की गारंटी है:हर्षा चंद्राकर
उतई । कृषि विज्ञान केंद्र पाहन्दा अ में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र का उद्घाटन का सीधा प्रसारण का कार्यक्रम रखा गया था। उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से क्षेत्रीय किसानों के साथ श्रीमती हर्षा चंद्राकर सदस्य जिला पंचायत दुर्ग उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 1.25 लाख से अधिक पीएम किसान समृद्धि केंद्रों को राष्ट्र को समर्पित किया, सल्फर से लेपित यूरिया की एक नई किस्म यूरिया गोल्ड लॉन्च किया, इसके अलावा 8.5 करोड़ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत लगभग 17,000 करोड़ रुपये की 14वीं किस्त जारी की। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि खाटूश्याम जी की यह धरती देश में श्रद्धालुओं को उम्मीद देती है। मैं खाटू श्याम जी की धरती से देश भर के किसानों को नमन करता हूं। देश में सवा लाख से ज्यादा पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के लोकार्पण की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे गांव और ब्लॉक स्तर के करोड़ों किसानों को सीधा फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार किसानों के दर्द और जरूरतों को समझती है। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे, पिछले 9 वर्षों में बीज से बाज़ार तक नई प्रणालियां बनाई गई हैं। पीएम ने कहा कि 1.25 पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इन केंद्रों को किसानों की जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में विकसित किया जा रहा है। ये केंद्र किसानों को कृषि संबंधी मुद्दों पर उन्नत आधुनिक जानकारी भी प्रदान करेंगे और ये केंद्र सरकार की कृषि योजनाओं के बारे में भी समय पर जानकारी देंगे। इस बीच पीएम ने बताया कि वर्ष के अंत तक अतिरिक्त 1.75 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश में यूरिया की कीमत सरकार द्वारा किसानों का खर्च बचाने का उदाहरण है। कोरोना वायरस, महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इसके कारण उर्वरक क्षेत्र में भारी व्यवधान आया, लेकिन मौजूदा सरकार ने देश के किसानों पर इसका प्रभाव नहीं पडऩे दिया. उर्वरकों की कीमतों के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि जिस यूरिया की बोरी की कीमत भारत में 266 रुपये है, उसकी कीमत पाकिस्तान में लगभग 800 रुपये, बांग्लादेश में लगभग 720 रुपये, चीन में लगभग 2100 रुपये और अमेरिका में लगभग 3000 रुपये है।
सरकार हमारे किसानों को यूरिया की कीमतों से परेशान नहीं होने देगी।
कार्यक्रम के अंत मे मुख्य रूप से उपस्थित श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की स्थिति में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है, केन्द्र सरकार द्वारा किसानो के लिए जो योजनाए चलाई जा रही है अगर इसका लाभ किसान को मिले तो किसानों की आय निश्चित रूप से दोगुनी हो जाएगी। भारत में जब कोई किसान यूरिया खरीदने जाता है, तो उसे विश्वास होता है कि यह मोदी की गारंटी है।उपस्थित किसानों को मुफ्त हल्दी, करोंदा की नर्सरी पौधे का वितरण किया गया, केंद्र में संचालित बटेर पालन केंद्र, बीज ग्रेडेशन केंद्र का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से लोकमणी चंद्राकर, रेवती सोनकर, घनश्याम कौशिक, कैलास यादव, मोहन साहू , अशोक निषाद, सुरेन्द साहू, राजेंद्र साहू, नारायण वर्मा, प्रमिला ठाकुर, पूनम साहू ताम्रध्वज निषाद, संस्था प्रमुख डॉ विजय जैन, वैज्ञानिक ईश्वरी साहू, कमलनारायण वर्मा, ललिता रामटेके, विनय नायक, डॉ प्रफुल,आरती टिकरिया, स्वेता मंडल, सृष्टि तिवारी, किशोर सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।