खनिज विभाग चोरों के आगे नतमस्तक
राजिम । गरियाबंद जिला प्रशासन कार्यवाही को लेकर नजर किया बंद अवैध खनन में कार्यवाही के लिए नहीं उठ रहा पैर ऐसा क्या है की गरियाबंद जिले में लगभग 1 दर्जन से ज्यादा अवैध रेत खदान संचालित हो रही पर कार्रवाई के लिए खनिज विभाग जानबूझकर कार्यवाही करना नहीं चाहते वह एक दो कार्यवाही कर महज खाना पूर्ति कर रहा है या पिछले दिनों ,चौबे बांधा, सिंधौरी, और सुखा नदी फिगेंश्वर रेत खदान में जो चैन माउंटेन पर कार्यवाही की गई वह खनिज विभाग की मजबूरी तो नही थी खनिज विभाग के कर्मचारी, अधिकारी केवल ऑफिस का शोभाय मान सिद्ध हो रहा है । जिला प्रशासन गरियाबंद का यह विभाग और इसके कर्मचारी अधिकारी केवल ऑफिस का शोभाय मान सिद्ध हो रहा है ।इन खदान पर कार्रवाई कर वाहवाही तो बटोर ली पर अवैध रूप से चल रहे तर्रा और कुटेना अवैध खनन पर जाने क्यों कार्यवाही नही हो रहा विगत 2 दिन पूर्व ग्राम पंचायत तर्रा रेत घाट पर दो चैन माउंटेन मशीन और एक हाईवा गाड़ी खड़ी थी जिला खनिज अधिकारी को फोन कर बताया गया तो उन्होंने साफ साफ तबियत खराब होने का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लिया चाहते तो अपने कर्मचारियों को भेज कर कार्यवाही करा सकते थे पर साहब का यहाँ से पुराना याराना बताया जाता है बता दे की इस खनन को ग्राम हसदा चंपारण और राजिम का कांग्रेसी नेता मिलकर चला रहा है साथ ही एक इलेक्ट्रिक मीडिया का पत्रकार सभी से सेटिंग बैठाने का काम कर रहा है इस कारण अभी तक कार्रवाई नहीं की जा रही है बता दें कि इसी प्रकार यह बिना स्वीकृति वाले कई खदानें चल रही है जिसमें सीधा-सीधा खनिज विभाग जिला प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत है सूत्रों की माने तो जिला प्रशासन के अधिकारियों की तीन हिस्सों में कमीशन की रकम का बटवारा तय की जाती है जिसमें बड़े अधिकारी ,बिच के अधिकारी और छोटे कर्मचारियों के लिए अलग अलग से कमीशन बंधा हुआ है। साथ ही राजधानी में बैठे नेता मंत्री और स्थानिय मीडिया कर्मियों की अलग-अलग महीना वार कमीशन पक्का है तो कुटेना घाट में खनिज विभाग गरियाबंद का अलग ही सेटिंग है यहां का रेत चोर गिरोह सक्रिय भूमिका निभा रही है जिसका जिला अधिकारी के दिमाक से चल रहा है जो रात के अंधेरे में खनन करता है और सवेरे होने से पहले चैन माउंटेन मशीन को पैरी नदी के उस पार धमतरी जिला में छुपा देता है । इस प्रकार रेत चोर तरह तरह के उपाय बना कर रेत चोरी कर रहे है ।साथ ही सिंचाई विभाग के पाण्डुका डिवीजन के अधिकारी इनको अपना सर्विस रोड भी इनके हाईवा गाड़ी को आने जाने के लिए सौफ दिय है। और रेत चोर मालामाल हो रहे है।नदी की इस रेत चोरी से लाखो की राजस्व हानि हो रही है।पर इसकी चिंता किसको है सबको अपनी जेब की पड़ी है ।और इस भ्रष्टतंत्र में ईमानदारी की उम्मीद करना बेइमानी है।।