कलेक्टर ने विभिन्न गांवों का निरीक्षण कर कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की
सुकमा । कलेक्टर श्री देवेश कुमार धु्रव ने विगत दिवस को विकासखण्ड सुकमा अंतर्गत ग्राम गोंगलाए झापराए मुरतोण्डा और नीलावरम का निरीक्षण किया और विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पीडीएस दुकान संचालनए जल जीवन मिशनए आंगनवाड़ी भवन और नीलावरम हाइड्रो पावर परियोजना की प्रगति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
राशन आबंटन की कमी पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री ध्रुव ने ग्राम गोंगला में पीडीएस दुकान में राशन सामाग्री के आबंटन में कमी पाईए जिसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को भविष्य में ऐसी स्थिति नहीं दोहराने हेतु सख्त निर्देश दिए। इसके साथ हीए उन्होंने नए राशन कार्ड के शत.प्रतिशत वितरण और फोर्टिफाइड चावल के उपयोग के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने पीडीएस दुकानों में आयुष्मान कार्ड पंजीयन की प्रक्रिया को भी प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन योजना के तहत गोंगला में योजना के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की गई।
पीडीएस दुकान और जल वितरण की समस्याएं हल करने के निर्देश
कलेक्टर ने ग्राम झापरा में पीडीएस दुकान का निरीक्षण किया। इसके अलावाए जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की टंकी से जल वितरण न होने की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे जल्द सुधारने के निर्देश दिए।
पीडीएस पारदर्शिता पर जोर, सखी योजना विस्तार के निर्देश, चिचोरवाया में आंगनवाड़ी भवन निर्माण पूर्ण
कलेक्टर श्री ध्रुव ने ग्राम मुरतोण्डा में पीडीएस दुकानों में खाद्यान्न सामग्रीए कार्ड संख्या और राशन आबंटन की जानकारी को बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने ;बैंकिंग कॉरस्पॉन्डेंटद्ध सखी योजना का विस्तार करने के भी निर्देश दिए। ग्राम चिचोरवाया में नए आंगनवाड़ी भवन के निर्माण कार्य की पूर्णता पर संतोष व्यक्त किया और इसे शीघ्र ही महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपने के निर्देश दिए।
हाइड्रो पावर पंपिंग सिस्टम की समीक्षा
कलेक्टर ने नीलावरम हाइड्रो पावर बेस्ट पंपिंग सिस्टम के कार्य की समीक्षा की और डीपीआर ;डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्टद्ध शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावाए उन्होंने एरिगेशन और कृषि विभाग को संयुक्त रूप से कृषि कार्यों को बढ़ावा देने के लिए 10 स्थलों पर एनीकट निर्माण हेतु स्थल चिन्हांकन करने के निर्देश दिए।