शिक्षा विभाग का स्कूल मरम्मत का कार्य घटिया,ग्रामीणों ने नाराजगी जताई
बीजापुर । जिले में एक तरफ शिक्षा को बेहतर करने की अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे वहीं स्कूलों को नए रूप में देने की भी पहल सराहनीय है, अक्सर देखा जा रहा है , वही ठेकेदार जिम्मेदारों के पीठ पीछे इस तरह के कार्यों को लीपापोती कर पूरे मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं वही एक मामला बैदरगुडा बीजापुर नगरपालिका क्षेत्र 15 नंबर वार्ड के अंतर्गत आता है. ग्रामीणों ने फोन पर संपर्क कर मीडिया को बुलाया और वास्तविकता से रूबरू कराया और अपने बयान में आक्रोश प्रकट की स्कूल समिति अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण नागुल का कहना है कि गलत तरीके से काम होने की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों के साथ मैंने प्राथमिक शाला बैदरगुड़ा पर जाकर देखा तो वास्तव में गलत काम हो रहा था बिन फ्लोरिंग तोड़े बिछाया जा रहा था टाइल्स . वहीं वार्ड के पार्षद घासीराम नाग भी मौके पर पहुंचे उन्होंने भी देखा पूरे मामले पर उनका साफ कहना है काम करना अच्छी बात है पर गुणवत्ता पहली प्राथमिकता होना चाहिए सरकार के पैसों को पानी की तरह बहा दिया जा रहा है धरातल पर जीरो काम दिख रहा है।वही हमने वीडियो कॉल पर शिक्षा अधिकारी बी आर बघेल को पूरे मामले से अवगत किया कि इस संबंध में ग्राउंड जीरो पर आकर पूरे तस्वीरें देखेंगे, जिला शिक्षा अधिकारी लगातार अच्छी गुणवत्ता को बनाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं ।
प्रधानाध्यापक एल. बेलसरिया ने कहा कि पहले स्कूल में रेत डाला गया है मुझे कुछ पता नहीं था। जब जानकारी लिया तो वे टाइल्स बिछाने आये तो मैंने कहा कि पहले फ्लोरिंग को तोड़ो और उसके बाद लगाना मैंने चाबी उन लोगों को दिया। आज देख रहा हूं तो शाला समिति अध्यक्ष के साथ घटिया निर्माण हो रहा था तो रोक दिया गया। बीजापुर जिले में लगातार भ्रष्टाचार के आरोप विपक्ष के नेताओं के द्वारा लगाए जाते रहे हैं इन सभी से अधिकारी पूरे कामों पर नजर बनाकर रखें पर फिर भी इस तरह के कार्य ठेकेदार अंजाम दे तो आप समझ सकते हैं ठेकेदार की भूमिका । ऐसे ठेकेदारों की लाइसेंस रद्द कर ब्लैक लिस्ट कर देना चाहिए ताकि सरकार प्रशासन का नाम खराब ना हो ग्रामीणों का कहना हैं।