सवालों का गला घोंटकर रामराज्य नहीं लाया जा सकता:बसंत ताटी
भैरमगढ़, । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किये जाने के षडय़ंत्र से पर्दा उठाकर जनता को सच्चाई से अवगत कराने के उद्देश्य से भैरमगढ़ में प्रेस वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्य कृषक कल्याण परिषद् और जिला पंचायत,बीजापुर के सदस्य बसंत ताटी ने कहा कि सवालों का गला घोंटकर कभी रामराज्य नहीं लाया जा सकता।जनता को देश में रामराज्य की स्थापना करने का सपना दिखाने वाली भाजपा की मोदी सरकार को याद होगा कि भगवान राम ने अपने राज्य के एक आम आदमी के सवाल उठाने पर माता सीता को वनवास दे दिया था।भगवान राम को आदर्श मानने वाली यह सरकार तो सवाल का सामना करने और उसका सही जवाब देने की बजाय सवाल करने वाले को ही वनवास दे देती है।
श्री ताटी ने बताया कि राहुलजी ने जनता द्वारा चुने गये सांसद की हैसियत से अपने सवाल करने के अधिकार के अंतर्गत जनता की ओर से सिफऱ् इतना पूछा था कि अडानी की सेल कंपनियों में जो 20,000 करोड़ रुपये लगे हैं,वो किसके हैं?अडानी का इंफ्रास्ट्रक्चर का बिजनेस है और उससे इतनी कमायी होती नहीं है तो यह धन किसका है।आखिर ये किसकी सेल कंपनियाँ हैं,जो डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं?राहुलजी ने कई तस्वीरों के साक्ष्य दिखाकर पूछा कि मोदीजी का अडानी से इतना आत्मीय रिश्ता क्या है?उन्होंने रक्षा उद्योग,हवाई अड्डों,श्रीलंका और बांग्लदेश में दिये गये बयानों के अलावा ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक के भारतीय अध्यक्ष के साथ अडानी और मोदीजी की तस्वीर के बारे में भी पूछा।बैंक द्वारा अडानी को स्वीकृत किये गये ऋण संबंधी साक्ष्य भी राहुलजी ने प्रस्तुत किये। राहुलजी ने इस हक़ीक़त से भी पर्दा उठाया कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है।बोलते समय उनका माइक ऑफ किया जाता है।लोकसभा में उनके और राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खडग़े के वक्तव्यों के अडानी घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण अंश कार्यवाही से विलोपित कर दिये जाते हैं।इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि पूछे जाने वाले सवालों के कारण सत्तापक्ष के सदस्यों द्वारा संसद की कार्यवाही को बाधित किया गया।भाजपा और उसकी सरकारें यह भूल रही हैं कि सवाल तो रक्तबीज होती हैं।एक को मारोगे तो उसी के विचार की बूँदों से सैकड़ों सवाल उठ खड़े होंगे।भाजपा सरकारें अगर ईमानदार हैं और उनमें नैतिक साहस है तो उन्हें सारा ईमान और नैतिकबल जुटाकर सवालों का सामना करते हुए देश के सामने सच्चाई रखनी चाहिये। राहुलजी की भारत जोड़ो यात्रा और अडानी घोटाले के बारे में पूछे गये सवालों ने जो बेचैनी भाजपा में पैदा की है,उसी के परिणामस्वरूप आनन-फानन राहुलजी के खि़लाफ़ साजि़श रची गयी और शिकायतकर्ता द्वारा न्यायालय में रुकवाये गये मामले को पुनर्जीवित कर उनकी संसद सदस्यता रद्द करने और बंगला खाली कराये जाने तक की कार्यवाही तेजी से की गयी।इस सारी कार्यवाही के तौर-तरीके को सारे देश ने देखा और उसकी मंशा को समझा है।इसलिये यहाँ उसका विवरण देने की आवश्यकता शायद नहीं है।बसंत ताटी ने कहा कि इस एक प्रकरण ने देश को यह संदेश दे दिया है कि मौजूदा भाजपा सरकारों के भ्रष्टाचार और काले कारनामों के बारे में जो कोई भी सवाल करेगा,उसे ऐसे ही निपटाया जायेगा। पत्रवार्ता में भैरमगढ़ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लच्छू राम मौर्य,सीता राम मांझी सांसद प्रतिनिधि, दशरथ कुंजाम जनपद पंचायत अध्यक्ष, सहदेव नेगी, सुखदेव नाग विधायक प्रतिनिधि गोपाल मिश्रा, योगेश शर्मा, दशरथ नाग, रामु मालिक, निमेष सोनवानी,कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।