महापौर नीरज पाल ने लाभ का बजट किया पेश, 760 करोड़ का प्रावधान
भिलाई । नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल ने शुक्रवार को साधारण सम्मेलन में बजट पेश किया। 76035.39 लाख का बजट प्रावधान विभिन्न कार्यों के लिए रखा गया है। साधारण सम्मिलन में सभापति गिरवर बंटी साहू, निगम आयुक्त रोहित व्यास एमआईसी सदस्य, जोन अध्यक्ष तथा पार्षद व अधिकारी आदि मौजूद रहे। महापौर ने अपने अभिभाषण में कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की सोच के अनुरूप हम सब भिलाई को विकास की नयी दिशा देने की ओर निरंतर अग्रसर है। बजट कार्यवाही प्रारंभ होते ही भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामे के बीच इस बजट में महापौर नीरज पाल ने अपना बजट भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का पहला निगम भिलाई जो आईआईटी के साथ लिडार सर्वे को लेकर करेगा अनुबंध नगर पालिक निगम भिलाई एक ऐसा पहला नगर निगम होगा जो आईआईटी के साथ मिलकर लिडार सर्वे के लिए अनुबंध करेगा। आधुनिक दृष्टिकोण से तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लिडार सर्वे के माध्यम से भिलाई विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा। यह एक ऐसी हाईटेक टेक्नोलॉजी की सर्वे है जिसके माध्यम से क्षेत्र के बारे में विस्तृत जानकारी पता लगाकर उसके विकास को नई दिशा में ले जाया जा सकता है। भिलाई निगम का शहर विकास के लिए यह बड़ा कदम होगा। इस साल बजट में 5 अरब 94 करोड़ 39 लाख 48 हजार रुपए विभिन्न मदों में व्यय करने का प्रावधान रखा गया है। इसके विरुद्ध 4 अरब 99 करोड़ 44 लाख 86 हजार रुपए आय का लक्ष्य रखा गया है। प्रारंभिक सीलक 1 अरब 99 करोड़ 90 लाख 53 हजार रुपए रहने से आगामी वित्त वर्ष की समाप्ति पर निगम के आय शीर्ष में 6 अरब 99 करोड़ 35 लाख 39 हजार रुपए आने का अनुमान लगाया गया है। वहीं महापौर नीरज पाल ने इस बार के बजट में विभिन्न मद सहित जनहित और शहर के विकास में 5 अरब 94 करोड़ 39 लाख 48 हजार रुपए खर्च का प्रावधान रखा है। यह प्रावधानित राशि पिछले साल के बजट से कम है। महापौर नीरज पाल ने गत वर्ष के बजट में 7 अरब 12 करोड़ 81 लाख 48 हजार रुपए व्यय होने का अनुमान लगाया था। जिसके विरुद्ध 4 अरब 10 करोड़ 26 लाख 9 हजार रुपए का ही संशोधित व्यय हुआ है। बजट में आगामी वित्त वर्ष में वाहन विभाग के लिए 1345 लाख, मार्ग प्रकाश के लिए 1065 लाख, लोक स्वास्थ्य एवं सुविधा के लिए 2941 लाख, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 5070 लाख, पर्यावरण संरक्षण के लिए 155 लाख, उद्यानों के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 1140 लाख, भवन निर्माण के लिए 600 लाख, दूषित जल निकासी के लिए 170 लाख, सड़क निर्माण एवं संधारण के लिए 390 लाख, अन्य एवं विविध व्यय के लिए 3 अरब 68 करोड़ 35 लाख 63 हजार रुपए का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा पार्षदों के निर्वाचन व्यय के लिए 5 लाख, शासन से प्रतिनियुक्ति पर निगम में कार्यरत अधिकारियों के वेतन भत्ते पर 2 करोड़ 85 लाख 81 हजार रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। कार्यालयीन व्यय करने 3 करोड़ 95 लाख रुपए खर्च किया जाएगा। महापौर नीरज पाल ने बजट में शहर के पत्रकारों के लिए भी विशेष प्रावधान की घोषणा की है। शहर के पत्रकार और उनके परिवार को इलाज के लिए डायग्नोस्टिक सेंटर में छूट और सामुदायिक भवनों के किराए में छूट का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा पत्रकार सदन का निर्माण किया जाएगा। जिसमें तीन से चार कमरे बनाए जाएंगे।इसका उपयोग बाहर से आने वाले पत्रकारों को ठहराने के लिए किया जा सकेगा। शासन की कृष्ण कुंज योजना के तहत सुंदर विहार कुरुद में 15 विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपित कर हरा भरा वातावरण प्रदान किया जाएगा। चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज को निगम क्षेत्र में सम्मिलित किया जाना प्रस्तावित कोविड के दौरान संजीवनी बने चंदुलाल चन्द्राकर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में सम्मिलित किया जाना प्रस्तावित है। जो शहरवासियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। राष्ट्रीय राजमार्ग-53 से जुड़े एवं अन्य प्रमुख 10 सड़कों का विकास एवं सौंदर्यीकरण किया जायेगा। जिसमें निम्न सड़के सम्मिलित है:- नेहरू नगर से टी.आई. मॉल तक, सुपेलाचैक से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चौक तक, कर्माचैक से बघवा मंदिर तक, तीन दर्शन मंदिर से शहीद पोट्टी रामलू चौक, आई.टी.आई. भिलाई से गौतम नगर रोड तक, खुर्सीपार चौक से श्रीराम चौक तक, जोन 03 गेट से अशरफी मस्जिद चौक तक, बंसत टाकिज से महात्मागांधी (जलेबी चौक) तक, सुपेला थाना से राधिका नगर पहुंच मार्ग, टोल प्लाजा से दीक्षित कॉलोनी कोसानगर तक। इस प्रकार नगर निगम क्षेत्र के अन्य सभी प्रमुख मार्गों का विकास एवं सौंदर्यीकरण किया जायेगा। इस दौरान महापौर नीरज पाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि इस बजट में युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गो के अलावा शहर के हित का ये बजट है। बजट काल्पनिक है, वास्तविक नही है, चंूकि निगम की इतनी आय नही है कि उससे विकास कार्य कराये जा सके। निगम से होने वाली आय से अधिकारियों,कर्मचारियों का वेतन देने के साथ ही केवल बिजली, पानी की राशि ही पटाई जा सकती है। शहर के विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार से मिलने वाली राशि से ही राज्य और निगम का विकास कार्य होता है। बजट पिछले तीन वर्ष के आय-व्यय को देखकर ही बनाया जाता है। पिछले वर्ष के जो विकास कार्य छूटे हुए हैं, उसे इस वर्ष पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने प्रमुख बजट पर अपनी बातों को रखते हुए बताया कि 70 वार्डोँ में बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण होगा, जिसमें महापौर और पार्षद निधि का उपयोग होगा। जो पार्षद अपने वार्ड में बैडमिंटन कोर्ट नहीं बनवाना चाहते हैं तो महापौर निधि की जो छ: लाख राशि है, उसे अन्य विकास कार्यों में खर्च किया जायेगा। सुपेला सरकारी अस्पताल का आधुनिकरण कर उसे अत्यधिक सुविधायुक्त बनाया जा सकेगा ताकि उसका लाभ यहां के आम जनता को मिल सके। इसके लिए 7 करोड़ रूपये मुख्यमंत्री ने दिया है। वैशाली नगर एवं वैशाली नगर एवं भिलाई नगर में बेरोजगार युवाओं के लिए बीपीओ सेंटर खोला जा रहा है, इसके लिए भी राशि स्वीकृत हो गई है, महिलाओं को शहरी आजीविका मिशन के तहत आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। निगम की गाडिय़ों में जीपीएस सिस्टम लगेगा। मिलेट कैफे, सी मार्ट पॉवर हाउस एवं शहीद पार्क सेक्टर 5 में खोलने जा रहे हैं। धरोहर का संजोने का कार्य पर भी निगम का ध्यान है। शहीद चुम्मनलाल यादव एवं शहीद कपिलदेव पांडे की प्रतिमा स्थाथित की जायेगी।