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छत्तीसगढ़

तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र के प्रबंधक ने छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर छात्रों से की धोखाधड़ी

कसडोल । आपने ठगी के कई मामले सुने होंगे, लेकिन गरीब वनवासियों को छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर ठगने का मामला पहली बार सुना होगा। बलौदाबाज़ार जिला कसडोल विकासखंड वनमंडल के वन परिक्षेत्र के ग्राम अर्जुनी के तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र समिति गनियारी के प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई ने वर्ष 2020- 21 में समिति क्षेत्र में आने वाले स्कूली छात्रों से छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर 34 छात्रों से आठ सौ रूपये से बारह सौ रुपये प्रति छात्र की दर से राशि वसूल किया और छात्रवृत्ति दिलाने का वादा किया। किंतु छात्रों से रूपये लेने के दो वर्ष बाद भी आज तक समिति प्रबंधक द्वारा इन छात्रों को वर्ष 2020- 21 की छात्रवृत्ति नहीं दिला पाए। और ना ही छात्रों से लिए गए रूपयों को वापस किया। जो कि पालकों की खून पसीने की गाढ़ी कमाई का हिस्सा था। जबकि वर्ष 2022 की छात्रवृत्ति छात्रों को मिल चुकी है। तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र गनियारी समिति प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई के भ्रष्टाचार की कहानी बेहद लंबी है। जबकि छात्रा- छात्राओं के द्वारा ज्ञापन सौंपने के बाद भी नहीं हो रही है कोई कार्यवाही।
छात्रा-छात्राओं ने जाकर वन परिक्षेत्र अर्जुनी रेंजर ऑफि़स में ज्ञापन दिया था फिर भी प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई पर नहीं हो रही है कोई कार्यवाही। छात्र -छात्राओं का कहना है कि प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई द्वारा छात्रा -छात्राओं पर दबाव डाला जा रहा है कि अपना शिकायत वापस ले लो करके। फिर भी छात्र -छात्राओं ने कहा कि हम अपना शिकायत वापस नहीं लेंगे और वन परिक्षेत्र अर्जुनी रेंजर ऑफि़स में जाकर छात्रा-छात्राओं ने ज्ञापन सौंपा और कहा कि जब तक प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई पर कोई कार्यवाही नहीं होगी तब तक हम सभी छात्रा-छात्राएँ चुप नहीं रहेंगे। अगर कोई कार्यवाही नहीं होगी तो हम सभी छात्रा-छात्राएँ एवं पालकगण, रेंजर ऑफि़स वन परिक्षेत्र अर्जुनी के बाहर धरना-प्रदर्शन औऱ भूख हड़ताल, पर बैठेंगे जिसकी जि़म्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। फिलहाल मामला गरीब छात्र -छात्राओं से ठगी का है। वह गरीब छात्र जो वन क्षेत्र में रहते हैं एवं बेहद कठिनाई से अपना जीवन यापन मां बाप के भरोसे रहकर पढ़ाई लिखाई करते हैं। सूत्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि समिति प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई ने अलग-अलग स्कूलों में छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर छात्रों से आठ सौ रुपये से लेकर हजार बारह सौ रूपए तक की वसूली की है और छात्रवृत्ति दिलाने की बात कही गई , लेकिन वह छात्रवृत्ति नहीं दिला पाए।
इस संबंध में समिति प्रबंधक लक्ष्मीनारायण भोई का कथन लेने का प्रयास किया गया। किंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया। इसी तरह इस संबंध में जानकारी लेने के लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी संतोष चौहान से संपर्क करने की कोशिश की गई। किंतु वह दौरे पर होने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। उनका पक्ष जानने के लिए संवाददाता ने बाकायदा उनके कार्यालय में जाकर कार्यालय में मौजूद बीट गार्ड एवं एक अन्य डिप्टी रेंजर को जानकारी दी गई थी। किंतु वन परिक्षेत्र अधिकारी की ओर से कोई जवाब संवाददाता तक नहीं आया। अत: संबंधित ठगों का पक्ष जाने बिना समाचार प्रकाशित किया जा रहा है।आने वाले दिनों में समिति का आडिट न करवाने एवं उसके पीछे छिपे रहस्य को भी उजागर किया जाएगा।

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