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छत्तीसगढ़

लक्ष्य केवल आकाश नहीं, पूरा ब्रह्मांड हो सकता है : आनंद महलवार

छुरा। शक्षा सत्र 2023-24 में नवप्रवेशित विद्यार्थियों केे लिए एक दिवसीय दीक्षारंभ कार्यालय का आयोजन आईएसबीएम विश्वविद्यालय के परिसर में हुआ। दीक्षारंभ कार्यक्रम विद्यार्थियों को परिसर के साथ-साथ शिक्षक एवं शैक्षणिक वातावरण व संस्कृति से भली-भांति परिचित कराता है। इसे अपनाकर विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को निखार कर आगे बढ़ सकते हैं। इस निर्धारित उद्देश्य के लक्ष्य के साथ कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया।मुख्यअतिथि के रूप में विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. आनंद महलवार, विश्वविद्यालय कुल सचिव डॉ.बी.पी.भोल, ज्वाइंट रजिस्ट्रार डॉ. रानी झा, शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. एन कुमार स्वामी, छात्र कल्याण अधिष्ठात्री डॉ. पूनम वर्मा सहित सभी शिक्षा संकाय उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विवि कुलपति डॉ. आनंद महलवार ने कहा कि, यह कार्यक्रम प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी गौरवान्वित करने वाला है। हमारे विश्वविद्यालय में विविध संकायों में पाठ्यक्रम संचालित हैं। छत्तीसगढ़ के इस वनांचल में स्थापना के साथ-साथ उच्च शिक्षा के स्तर को प्रतिवर्ष बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। हमारे विश्वविद्यालय के युवा, कर्मठ और अनुभवी प्राध्यापकों के द्वारा आपके रोजगारोन्मुखी कौशल के लिए तैयार किया जात है। इसी क्रम में हम आपके प्रोफाईल, प्रोग्रेस, प्रोसेस और प्रॉमिस के साथ आपको शिक्षा देने का प्रयास करते है। यह प्रत्येक छात्रों का दायित्व है कि वह निरंतर मेहनत करें और उच्च सेवा क्षेत्रों में कार्यरत हों। पहले केवल आकाश को लक्ष्य माना जाता था, लेकिन वर्तमान दौर में हम चांद पर पहुँच चूके हैं। पूरा ब्रम्हांड आपके लक्ष्यों के लिए असीम संभावनाओं के साथ तत्पर खड़ा है। प्रत्येक क्षण आपको विद्या ग्रहण करना है।
कुलसचिव डॉ. बीपी भोल ने विश्वविद्यालय में संचालित बहुमुखी रोजगार एवं कौशल उन्नयन पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि, आप सभी नव प्रवेशित विद्यार्थियों का लक्ष्य ज्ञानार्जन करना है और कौशल उन्नयन के साथ सुनहरे भावी कल को मूर्त करना है। वर्तमान नवीन शिक्षा पद्धति- 2020 आपको इसी उद्देश्यों के लिए प्रेरित करता है।कार्यक्रम के अगली कड़ी में विभिन्न शैक्षणिक संकायों के विभागाध्यक्षों ने अपने विभागों के पाठ्यक्रम, गतिविधियों एवं शैक्षणिक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज्वाइंट रजिस्ट्रार डॉ. रानी झा ने विद्यार्थियों के शिक्षा और नौकरी के बीच महत्वपूर्ण पड़ाव परीक्षा की जानकारी देते हुए, विभिन्न कौशल उन्नयन क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही उन्होंने परीक्षा विभाग के विभिन्न कार्यों का उल्लेख करते हुए जानकारियां नवप्रवेशितों को दी।छात्र कल्याण अधिष्ठात्री डॉ.पूनम वर्मा ने कहा कि, विश्वविद्यालय में सभी विद्यार्थी एक परिवार की तरह है। विद्यार्थियों को लगातार मेहनत के साथ-साथ सफलता के लिए धैर्य रखना आवश्यक है।
शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ.एन.कुमार स्वामी ने कहा कि विद्यार्थियों को निरंतर मेहनत करते रहना चाहिए। क्योंकि आज के विद्यार्थी कल के सुनहरे भविष्य हैं। इसके पश्चात् विश्वविद्यालय के नव प्रवेशित विद्यार्थियों को पूरे परिसर का भ्रमण कराया गया।

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