बारिश से पुरानी एलआईसी बिल्डिंग के गिरने का खतरा
दंतेवाड़ा । बस्तर संभाग में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से जहां जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है वहीं नगर में स्थित कई पुरानी सरकारी खाली पड़ी बिल्डिंगों के धराशायी होने का खतरा भी मंडराने लगा है। बस स्टेंड स्थित पुरानी एलआईसी साडा बिल्डिंग काम्प्लेक्स की बात करें तो इस बिल्डिंग की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। नगर पालिका ने कई बार नोटिस जारी कर व्यापारियों को काम्प्लेक्स खाली करने को कहा है किंतु अब तलक कमजोर हो चुके इस काम्प्लेक्स को व्यापारियों से मुक्त नहीं कराया जा सका है । ईधर पिछले दो दिनों से हो रही अंचल में मुसलाधार बारिश को देखते हुए बस स्टेंड स्थित साडा काम्प्लेक्स बिल्डिंग का मलबा गिरने का खतरा और अधिक बढ़ गया है। साडा द्वारा निर्मित बिल्डिंग कभी भी धराशायी हो सकता है। पहले भी इस बिल्डिंग का मलबा कई मतर्बा गिर चुका है। नगर पालिका की लचर एवं सुस्त कार्यप्रणाली के चलते नोटिस के बाद भी अब तक अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकान बिल्डिंग से नहीं हटाया है। जानकारी के मुताबिक अब तक मात्र 3 दुकानदारों ने ही दुकानें खाली किया है अब भी करीब करीब 6 व्यापारी इस बिल्डिंग में दुकान संचालित कर रहे हैं। इस संबंध में नगर पालिका का तर्क है कि उन्होने बारंबार नोटिस देकर व्यापारियों को आगाह करते हुए दुकान खाली करने संबंधी नोटिस जारी किया है बावजूद व्यापारी और समय मांग रहे हैं। वहीं सवाल यह कि अगर भीषण मुसलाधार बारिश में कोई जनहानि हो जाती है तो आरोप तो प्रशासन पर ही लगेगा कि समय रहते बिल्डिंग को खाली क्यों नहीं कराया ? ऐसे में नगर पालिका प्रशासन की जिम्मेदारी यहां बड़ी हो जाती है कि किसी भी तरह से इस जर्जर एवं एक्सपायरी हो चुके बिल्डिंग में संचालित दुकानदारों को वहां से हटाए। नगर में चर्चा यह भी है कि चूंकि इस बिल्डिंग के काम्प्लेक्स में संचालित दुकानदार बड़े नामी रसूखदार व्यापारी हैं शायद यही वजह है कि पालिका इनको नोटिस के बाद भी नहीं हटा पा रही है वहीं दूसरी ओर रेस्ट हाउस रोड पर लगने वाले ठेले गुमटियों को रेलिंग लगाए जाने के बाद एक ही रात में हटवा दिया गया। ये ठेले वाले छोटे एवं गरीब व्यापारी थे इसलिए इन्हें बिना सूचना या नोटिस के रातों रात हटा दिया गया वहीं बडे दुकानदारों को नोटिस के बाद भी प्रशासन नहीं हटवा पा रही है और किसी बड़े घटना के होने का इंतजार कर रही है। ऐसे में सवाल उठना तो लाजिमी है।