छत्तीसगढ़

लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने छत्तीसगढ़ शासन चला रहा कई योजनाएं

राजिम। किसानों की आय बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं से किसानों को लाभ हो रहा है। सरकार का प्रयास है कि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार किसानों को खेती के साथ ही पशुपालन के लिए प्रोत्साहित कर रही है। राजिम माघी पुन्नी मेला में लगे गरियाबंद जिला की ओर पशुधन विकास विभाग में मेलार्थी को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और उससे मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी दे रहे हैं। इसके साथ ही कई लोगों द्वारा त्वरिक रूप से मिलने वाले योजनाओं का लाभ भी ले रहें हैं।
सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी जिनेंद्र कुमार निषाद ने बताया कि स्टॉल में विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए उन योजनाओं के लाभ व सब्सिडी मिलने की जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं में अनुदान पर बकरा वितरण, अनुदान पर सूकरत्रयी का वितरण, अनुदान पर नर सूकर वितरण, उन्नत मादा वत्स पालन योजना, बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना, शत प्रतिशत अनुदान पर सांड वितरण, ग्रामोत्थान योजना/चरवाहा प्रोत्साहन योजना, प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, वैकल्पिक पशु आहार – अजोला, बटेर पालन जापानी बटेर पालन का महत्व, बत्तख पालन, अनुदान पर डेयरी उद्यमिता विकास योजना, अनुदान पर बकरी पालन उद्यमिता विकास योजना, अनुदान पर पोल्ट्री वेन्चर कैपिटल फण्ड योजना, चारा उत्पादन आदि संचालित है। इन योजनाओं में अलग-अलग वर्ग के हिसाब से सब्सिडी भी दी जाती है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और बढ़ाना है। सहायक अधिकारी श्री निषाद ने बताया कि विभागीय कार्य जिसमें पशुओं के बचाव हेतु विभाग द्वारा निशुल्क टीकाकरण, एचएस, एफएमडी, बीक्यू, एलएसडी, ब्रूसेलोसिस टीकाकरण, बकरियों के बचाव हेतु निशुल्क टीकाकरण, पीपीआर एंटेरोटॉक्सेमिया, मुर्गियों के बचाव हेतु निशुल्क टीकाकरण, रानीखेत हाउस पाक्स स्ट्रेन, शुकर के बचाव हेतु निशुल्क टीकाकरण स्वाइन फ्लू, कुत्तों में निशुल्क टीकाकरण एंटीरेबीज एवं निशुल्क बांझपन निवारण शिविर समय-समय पर विभागीय द्वारा लगाया जाता है। इसकी जानकारी भी उपलब्ध करा रही है।

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