222 बटालियन बच्चों को शिक्षा से जोडऩे सहित बीमार ग्रामीणों का निशुल्क उपचार भी कर रही

बीजापुर । सिविक एक्शन कार्यक्रम के श्रृंखला में 222 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वारा श्री राकेश अग्रवाल, भा.पु.से, महानिरीक्षक, छत्तीसगढ़ सेक्टर सीआरपीएफ और श्री देवेन्द्र सिंह, उपमहानिरीक्षक, बीजापुर रेन्ज सीआरपीएफ के कुशल मार्गदर्शन और श्री विजेंद्र सिंह, कमाण्डेन्ट् 222 बटालियन के सीधे प्रवेक्षण में, सिविक एक्शन कार्यक्रम और मेडिकल कैंप का आयोजन 23/02/2025 को ष्ट/222 समवाय गंगालूर में और 24/02/2025 को ्र/222 समवाय पालनार (एफओबी) में किया गया। इस कार्यक्रम में 222 बटालियन के श्री कुमार ओमप्रकाश सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी, श्री अनंत कृष्णन जे. वरिष्ठ चिकित्साधिकारी, श्री ललित किशोर उप कमाण्डेन्ट्, श्री विकास मारुति सहायक कमाण्डेन्ट् और 202 कोबरा के अधिकारियों और जवानों ने भाग लिया। सिविक एक्शन कार्यक्रम एवं मेडिकल कैंप में लगभग 600 लोगों ने लाभ प्राप्त किया। सिविक एक्शन कार्यक्रम के अंतर्गत भारी मात्रा में कंबल, सौर लालटेन, पानी के टैंक (200 लीटर क्षमता), साड़ी, लुंगी, स्कूल यूनिफॉर्म, गमछा, चप्पल, कृषि सामग्री-कुदाल, कुल्हाड़ी, बर्तन- डेगचा/पटीला/भगोना (प्रत्येक 5 लीटर क्षमता), स्टील थाली, ग्लास, क्रिकेट किट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, स्कूल बैग, बच्चों को किताबें और स्टेशनरी सामान आदि वितरित किए गए। कार्यक्रम में विभिन्न गांवों के लोग, जिसमे पेद्दापारा, दीवानपारा, कोटियापारा, बंदरीपारा, गागरपारा, दुवालीपारा, बुर्जी, नेनपाल, मजारपारा, पालनार, गायतापारा, तुंगलवेया, पुनेमपारा, मोदीपारा, मातापारा, गुडापारा और पटेलपारा के लोग शामिल हुए। उपरोक्त कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और इसके लिए ग्रामीण बहुत आभारी थे। उन्हें भारत सरकार की विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं के बारे में संक्षेप में बताया गया जो स्थानीय लोगों के लिए फायदेमंद हैं। इसके अलावा, श्री विजेंद्र सिंह, कमाण्डेन्ट् 222 बटालियन ने ग्रामीणों मुख्यत: युवाओं को नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और उन्हें अपने समाज, गांव तथा क्षेत्र के विकास के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए आह्वाहन किया। ग्रामीणों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए भी प्रोत्साहित किया, ताकि उनका जीवन और करियर उज्वल बन सके। कार्यक्रम के दौरान सभी ग्रामीणों को भोजन, चाय और नाश्ता दिया गया। साथ ही भविष्य में किसी भी महती आवश्यकता के लिए उन्हें सीधे संपर्क करने का अनुरोध भी किया गया। उत्साहित होकर ग्रामीणों ने भारत माता की जय घोष भी किया।