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छत्तीसगढ़

कार्यशाला में तेंदूपत्ता शाखकर्तन एवं वनों को अग्नि से बचाने की जानकारी दी गई

बीजापुर । नवीन तेंदूपत्ता नीति के तहत तेंदूपत्ता शाखकर्तन एवं वनों को अग्नि से सुरक्षा, सीजन -2025 से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बांसागार डिपो, बीजापुर में किया गया। कार्यक्रम में श्री आरसी दुग्गा मुख्य वनसंरक्षक, जगदलपुर वृत्त जगदलपुर, श्री संबित मिश्रा कलेक्टर बीजापुर, श्री संदीप बलगा उप निदेशक इंद्रावती टाईगर रिजर्व बीजापुर, एवं प्रभारी वनमवडलाधिकारी, बीजापुर वनमवडल बीजापुर, श्री हेमंत रमेश नंदनवार मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत बीजापुर, श्री राजेश चौहान, सेकेण्ड इन कमांड सीआरपीएफ बीजापुर, श्री शरद जायसवाल, डीएसपी बीजापुर, समस्त बीजापुर वनमवडल एवं इंद्रावती टाईगर रिजर्व बीजापुर के उपवनमवडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी एवं कर्मचारी, उप प्रबंध संचालक, जिला यूनियन बीजापुर, प्रबंधक व फड़मुंशी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम में श्री संदीप बलगा उप निदेशक इंद्रावती टाईगर रिजर्व बीजापुर एवं प्रभारी वनमवडलाधिकारी, बीजापुर वनमवडल बीजापुर द्वारा बीजापुर जिले के वनों में लगने वाले आग के संबंध में विस्तृत में जानकारी दी गई। एवं स्थानीय स्तर व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुये वनों में लगने वाली आग को बुझाने हेतु पूरी जिम्मेदारी से कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिया गया। कलेक्टर श्री संबित मिश्रा द्वारा वनों को आग से बचाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग देने एवं स्थानीय स्तर पर सरपंच, पंच एवं अन्य गांव प्रमुखों को जानकारी प्रदाय करते हुए उनका पूरा सहयोग जिला पंचायत के माध्यम से लेने हेतु निर्देश दिये। श्री राजेश चौहान, सेकेण्ड इन कमांड सीआरपीएफ बीजापुर द्वारा अग्नि की दुर्घटना रोकने हेतु सीआरपीएफ के तरफ से हर तरह का सहयोग प्रदान किये जाने के संबंध में जानकारी दी गई। श्री आरसी दुग्गा मुख्य वनसंरक्षक, वृत्त जगदलपुर द्वारा कार्यशाला में वनों को आग से बचाने के लिए स्थानीय स्तर पर बैंठकों का आयोजन कर उन्हें वनों से प्राप्त होने वाले लघु वनोपज तेंदूपत्ता, लाख, चिरौंजी, इमली आदि की जानकारी देते हुये उससे संबंधितों को कितना-कितना लाभ मिल सकता है । इसकी पूरी जानकारी बैंठकों में दी जावे, ताकि स्थानीय लोग अपने क्षेत्रों में आग न लगाये एवं लगी आग को बुझाने हेतु तत्पर प्रयास करें। उनके द्वारा “नवीन तेंदूपत्ता नीति” के तहत तेंदूपत्ता सीजन 2025 में शाखकर्तन कार्य हेतु सभी समितियों में आपसी निर्णय से एक निर्धारित अवधि का चयन कर अच्छी तरह से बूटा कटाई का कार्य संपन्न कराने हेतु निर्देशित किया गया। एवं तेंदूपत्ता संग्रहण, उपचारण एवं भण्डारण से संबंधित निर्देश दिये गये ।

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