धनोरा में जलेगी पुराने कपड़ों व नारियल-नीबू की होली
उतर्ई। बाबा दरबार पावन धाम धनोरा दुर्ग से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर है। भिलाई रिसाली से लगा हुआ एक ऐसा गांव है जहां पर नींबू -नारियल वह पुराने कपड़ों की होली जलाई जाती है । धनोरा दुर्ग में 24 मार्च रविवार को शाम 4 बजे दरबार के सभी भक्तजन इकठ्ठा होकर नाला के पास बिराजे बघुवा की मूर्ति की पूजा कर लालरंग की चुनरी वह नारियल, पान, फूल, मिठाई, हार एवं केसरिया झंडा चढ़ाकर सभी भक्तों की खुशहाली एवं स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करेगें। वापस दरबार में आकर लक्ष्मण बाबा एवं नंद पंडा, मनोज पटेल ,राजू यादव एवं गज्जू रायपुरिया के द्वारा हनुमान एवं होली की पूजा की जाएगी। फिर चकमक की चिंगारी से होली जलाई जायेगी । इसके बाद भक्तगण अपने-अपने शरीर से पुराना कपड़ा उतारकर नारियल नींबू के साथ होली में डालेगे। रात्रि में श्री राधा कृष्ण फाग एवं सेवा भंजन मंडली के भाई गुलाब साहू की मंडली द्वारा फाग गीत गाया जाएगा। सभी भक्त नगाड़े के थाप पर थिरकते हुए नजर आते हैं। एक दूसरे पर रंग गुलाल लगा कर भाईचारा का संदेश देते हुए अपने-अपने घर को चले जाते हैं । इस होली में शामिल होने के लिए बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं । इस तरह की होली छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धनोरा गांव में ही जलती हैं यह जानकारी दरबार प्रतिनिधि चंद्रकांत कोसरे एवं कुंज लाल साहू ने दी ।