करोड़ों रुपए की लागत से बने नवागांव एनीकट का पानी तेजी से हो रहा कम, ग्रामीणों में रोष
राजिम । नवागांव एनीकट कुंभ कल्प मेला के चलते लबालब हो गया था। अभी भी इस मिनी जलाशय में पानी भरा हुआ है जिसमें कुछ गेट को खोल दिए गए हैं इसी से होकर पानी तेजी के साथ बह रहा है यदि इन्हें रोक नहीं गया तो गर्मी के अप्रैल मई जून माह में पानी के लिए हाहाकार मचेगा। बताना होगा कि नवागांव एनीकट धमतरी जिला प्रशासन के अधीन है। इसी जलाशय से होकर त्रिवेणी संगम में पानी पहुंचता है। पूरे मेला के समय 15 दिनों तक पानी का सप्लाई हुआ। श्रद्धालु गण डुबकी लगाई वह नवागांव एनीकट की कृपा है। जल संसाधन विभाग ने पानी को स्टोरेज किया था और किस्त में छोड़ते गए। अब मेला संपन्न हो चुका है 8 मार्च को महाशिवरात्रि के साथ ही मेला का समापन हो गया है बावजूद इसके गेट से पानी अभी भी तेज गति से निकल रहा है यही स्थिति चलता रहा तो चार-पांच दिनों के अंतराल में एनीकट पूरी तरह से खाली हो जाएगा। और पानी का लेवल भी बैठ जाएगा। स्थानीय धर्मेंद्र, रामकिशन, दिलीप , विनोद, राहुल, दीनानाथ, ईश्वर ईश्वर, राम भगवान, भीखमलो ने बताया कि पानी का लेवल अभी भी तेजी के साथ बैठ रहा है गनीमत है नवागांव एनीकट में पानी है जिसके चलते किसानों समेत आम लोगों को निस्तार की समस्या से निजात मिली हुई है यदि भूल से भी पानी को छोड़ दिया जाए तो बड़ी परेशानी होगी। बता देना जरूरी है कि इसमें पानी रहने के कारण लाखों लोगों को पानी की दिक्कत से गुजरना नहीं पड़ता है। धमतरी जिला गरियाबंद जिला एवं रायपुर जिला के अनेक गांवों तथा शहर को इससे बहुत फायदा मिलता है अर्थात् लाखों की जनसंख्या को पानी की सुविधा मिलती है। उल्लेखनीय है कि सन 2015 में जल संसाधन विभाग धमतरी के देखरेख में एनीकट का निर्माण किया गया। बताया जाता है कि 35 करोड़ की लागत से इसे बनाया गया है। हाल ही में जल संसाधन विभाग ने घाट निर्माण का बहाना बनाकर पानी को छोड़ दिया था जिसके कारण स्थानीय लोगों को बड़ी तकलीफ में समय गुजारना पड़ा है। इधर मार्च से ही गर्मी अपना विकराल रूप लेना शुरू कर दिए हैं। तेज धूप में पानी की महत्ता लोगों को अच्छी तरह से पता है। स्थानीय लोगों ने जल संसाधन विभाग एवं कुरूद अभनपुर राजिम तीनों विधानसभा के विधायक से शीघ्र गेट को बंद कर पानी को लबालब करने की मांग किया है।
नवागांव एनीकट का पानी बना वरदान
पानी होने के कारण स्नान करने वाले लोग अति प्रसन्न है यहां पर तीन घाट बनाए गए हैं तीनों घाट में लोग सुबह से ही स्नान के लिए उपस्थित हो रहे हैं। यहां स्नान करने पर हरिद्वार और प्रयाग में स्नान करने का अनुभूति हो रहा है। नदी मार्ग से देखा जाए तो नवीन मेला मैदान लगभग आधा किलोमीटर की दूरी को ही दर्शाती है।
लोग नवीन मेला मैदान देखने के लिए आते हैं लेकिन पानी को देखकर उसे रहा नहीं जाता और दुख की जरूर लगा रहे हैं। इसी तरह से पानी भरा रहे तो क्षेत्र के लोगों को कभी भी पानी की समस्या से दो-चार होने की नौबत नहीं आएगी।