युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवन में उतारने का आह्वान
उतई । सन्त विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय मर्रा में आध्यात्म तथा वेदांत दर्शन के संवाहक स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाई गई।करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर संगोष्ठी में युवाओं ने अपने विचार रखे। इस मौके पर अधिष्ठाता ओपी परगनिहा डॉ. ने कहा कि इस देश का भविष्य एक युवा ही बदल सकता है, देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।मुख्य अतिथि श्रीमती हर्षा लोकमणी चन्द्राकर ने विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके विचारों को जीवन में उतारने का आह्वान किया इस दौरान उन्होंने बताया कि विवेकानंद कहते थे कि उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए। इसे सभी को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है।उन्होंने युवाओं से कहा कि संघर्ष कितना भी करना पड़े पर हमें अडिग रहकर लक्ष्य प्राप्त करना है, इस अवसर पर लोकमणी चन्द्राकर द्वारा विकसित भारत 2047 के संकल्प की सभी को शपथ दिलाई।उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि
सिर्फ नौकरी पाने के लिए नही बल्कि हमे स्वरोजगार और आत्मनिर्भर बनने के लिये पढऩा है। तभी विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ ओपी परगनिहा ने कहा कि मर्रा में 2019 में कृषि महाविद्यालय की शुरुआत हुई आज चार वर्ष पूरे करने के हम हमारे समकक्ष के सभी महाविद्यालय में अग्रणी हैं,केवल विद्यार्थियों को ज्ञान देने के ही नही बल्कि अनुसन्धान के कार्य भी किये जा रहे हैं और कृषकों तक कृषि तकनीक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की मंशा के अनुरूप विसकित भारत की परिकल्पना के तहत युवाओं को जागरूक कर सुझाव देने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है इसी लिए हमारा दायित्व बढ़ जाता है कि हम युवाओं को कृषि में उन्नत बनाये।