नगर पंचायत ने दिखाई सख्ती को गिरने लगे शटर
पत्थलगांव । व्यापारियों ने स्वयं की रजामंदी से गुमाश्ता एक्ट के तहत दिन मंगलवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का फैसला लिया था,परंतु व्यापारी धीरे-धीरे अपने ही बनाये नियमो को दरकिनार करने लगे,जिसका नतीजा यह निकला की विगत कुछ माह से सप्ताह के मंगलवार को गुमाश्ता एक्ट पूरी तरह विफल रहने लगा। धीरे-धीरे कर मंगलवार को भी पूरा बाजार खुलने लगा,जिसका असर कामकाजी कर्मचारीयों पर पडने लगा,उन्होने दबी जुबान से इस बात की शिकायत जिला प्रशासन को करनी शुरू कर दी। लिहाजा आज नगर पंचायत ने गुमाश्ता एक्ट के परिपालन मे जरा सी सख्ती दिखायी तो स्वयं ही व्यापारियों ने अपने शटर बंद कर दिये। दिन सोमवार को नगर पंचायत ने मुनादी कराकर मंगलवार को गुमाश्ता एक्ट का पालन करने की अपिल करी थी,परंतु आज सुबह से ही बाकी दिनो की भांति व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानो के शटर उठा दिये थे। अपनी अपिल पर अमल ना होते देख नगर पंचायत का अमला हाथो मे चालानी रसीद लेकर भ्रमण करना शुरू कर दिये,उनकी जरा सी सख्ती के बाद दुकानो के शटर धडाधड बंद होने लगे। आज सुबह 10 बजे के बाद शहर की 90 प्रतिशत दुकाने बंद हो गयी थी,रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओ की दुकानो को छोडकर कपडा,जूता-चप्पल,मोबाईल,मनिहारी,लोहा लंगड, की दुकाने बंद दिखायी दी। नगर पंचायत के सी.एम.ओ प्रभाकर शुक्ला का कहना था कि गुमाश्ता एक्ट लागू होने के बाद इसका पालन करना प्रत्येक व्यापारी का कत्र्तब्य है। उन्होने बताया कि गुमाश्ता एक्ट निजी सेक्टर मे काम करने वाले छोटे कर्मचारीयों को शारीरिक परिश्रम से एक दिन की राहत के लिए लागू किया गया है,जिसमे स्वयं व्यापारियों ने अपनी रजामंदी देकर मंगलवार का दिन तय किया था,परंतु पिछले कुछ महिनो से शहर मे गुमाश्ता एक्ट लागू होने के दिन अधिकंाश दुकाने खुलकर सप्ताह के अन्य दिनो की भांति ही काम काज किया जा रहा था,जिससे निजी सेक्टर के छोटे कर्मचारीयों को परेशानी उठानी पड़ रही थी।