https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

रायगढ़ सीट पर महिला वोट हो सकता है निर्णायक

रायगढ़ । इस विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक संख्या में मतदान करने की बात सामने आ रही है। बताया जाता है कि प्रदेश में 90 विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या 1.25 करोड़ है। जिसमें इस चुनाव में 78,12,631 महिलाओं ने मतदान में हिस्सा लिया। खास बात यह रही की 50 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं जहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं ने अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। रायगढ़ जिले की बात करें तो खरसिया सीट एकमात्र ऐसी सीट रही जहां पुरुषों के मुकाबले 221 अधिक महिला मतदाताओं ने मतदान करने सामने आई। यह महिला मतदाताओं की बात हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इस बार महिला कल्याण योजना को लेकर चुनाव में खूब दावे किए गए। क्या इसका प्रभाव मतदान पर नजर आया और महिलाओं का रुझान किस तरफ ज्यादा रहा इसे समझने की कोशिश की जा रही है। राजनीति गलियारों में मतदान के बाद बहस छिड़ी है कि महिला मतदाता काफी हद तक ज्यादातर विधानसभा क्षेत्र में निर्णायक रहेंगे। रायगढ़ जिले में 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं के मतदान पर नजर डालें तो स्पष्ट होता है कि 2018 के मुकाबले 2023 की इस चुनाव में लैलूंगा, खरसिया और धरमजयगढ़ क्षेत्र में महिलाओं के मतदान का प्रतिशत करीब-करीब समान ही रहा लेकिन रायगढ़ जिला मुख्यालय के रायगढ़ सीट पर 2018 के मुकाबले महिलाओं के मतदान का प्रतिशत इस चुनाव में 19.6 प्रतिशत अधिक रहा। इस चुनाव में जहां 96 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। वहीं 2018 के चुनाव में रायगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में महज 76.4 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था। रायगढ़ जिला मुख्यालय की इस सीट पर महिलाओं के मतदान को लेकर बढ़े रुझान को अलग ही नजरिया से देखा जा रहा है।
राजनीति के जानकारों की माने तो प्रदेश के 50 निर्वाचन क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा होना ऐसे ही रुझान के संकेत है। बताया जाता है कि महिला मतदाताओं के इस रुझान को भाजपा-कांग्रेस दोनों बड़े राजनीतिक दलों के महिलाओं के कल्याण के लिए घोषणा पत्र में किए गए वादे हैं। ऐसी स्थिति में रायगढ़ सीट में 2018 के चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में महिलाओं के बढ़े वोट प्रतिशत को इसी से जोडकऱ देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में महिला मतदाताओं के इस बढ़े वोट प्रतिशत की भूमिका बेहद निर्णायक हो सकती है। राजनीति के जानकारों की माने तो भाजपा ने जिस तरह अपने घोषणा पत्र में 12000 वार्षिक अनुदान देने की बात का उल्लेख किया और अधिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को 500 कीमत पर सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर देने की बात कही इसका मतदान पर कितना असर पड़ा इसे लेकर के कयास तो लगाए ही जा रहे हैं। वहीें कांग्रेस के 15000 वार्षिक अनुदान और 500 में सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर दिए जाने की घोषणा को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है महिलाओं का रुझान किसी ओर रहा। बताया जाता है कि रायगढ़ सीट पर महिलाओं के मतदान में दिखे रुझान को लेकर चुनावी गणित में नफा.नुकसान होने के कयास भी लग रहे हैं। माना जा रहा है रायगढ़ सीट पर महिलाओं का मतदान निर्णायक हो सकता है।
खरसिया में क्या दिखाऐंगी कमाल
इस चुनाव में खास बात यह भी रही कि रायगढ़ लैलूंगा और धरमजयगढ़ में जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले कम रहे। वहीं खरसिया में इस बार महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले 221 अधिक रही। मतदान के बाद इस आंकड़े को लेकर भी अलग-अलग तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। मसलन इस चुनाव में महिलाओं के रुझान को लेकर अलग से आंकड़े बाजी शुरू हो गई। अब क्योंकि मतगणना का इंतजार हो रहा है तो इस पर भी सियासी कयास अपने-अपने नफा-नुकसान को लेकर शुरू हो गए हैं।

Related Articles

Back to top button