धूल के गुबार से राहगीर वा मोहल्लेवासी परेशान
राजिम-पांडुका । पिछले लगभग 5 सालों से पांडुका से लेकर मुंडागांव तक ए. डी. बी. कंपनी रायपुर द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिसके कारण राहगीर और आम लोग काफी परेशान हैं पिछले 5 साल में कछुआ गति से चल रही सड़क और पुलिया का निर्माण आधा अधूरा है पर इसमें सबसे बड़ी बात यह है। कि वर्तमान में बना रहे इस सड़क निर्माण कंपनी ने मुरूम बिछाया है पर पानी तराई नहीं किया जा रहा है जिस वजह से धूल का गुबार उड़ रहा है जिससे राहगिर बहुत ही परेशान हैं साथ ही मोहल्ले वासी भी परेशान है उनके घरों के ऊपर धूल उड़कर घरों में घुस रहा है और तो और घरों के सामने सड़क निर्माण कंपनी द्वारा ऊंची ऊंची सड़क निर्माण के लिए मुरम डाल दिया गया है।
जिस कारण ना तो उन्हें अपने सायकल ,मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहन निकालने बन रहा है जिस वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है पर स्वयं की लागत से अगर यहां पर अपने वाहन निकालने के लिए सुविधा बनाई जाती है तो हजारों रुपए खुद को खर्च करना पड़ेगा ऐसे में क्या निर्माण कंपनी की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह घरों के सामने में आने-जाने के लिए मुरम डलवा दे पर ऐसा नहीं एडीबी कंपनी के कर्मचारियों अधिकारियों की मनमानी इस कदर हावी है कि ग्रामीणों के फोन करने के बाद भी ध्यान नहीं देते निर्माण कंपनी की मनमानी से आम जनता वहां राहगीर बहुत ही त्रस्त है सड़क निर्माण कंपनी का ठेका वन मंत्री के भाई के होने की वजह से जिले व विभाग के अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं देते धूल भरी इस मार्ग पर इन दिनों चलना दमा, और खांसी को न्योता देना है क्योंकि साइकल या मोटरसाइकल वाले इस मार्ग पर अधिकतर गुजरते हैं और उनको धूल भरी हवाओं के बीच चलना, जी के जंजाल हो जाता है बीते कल से नवरात्र प्रारंभ हो गया है और माता जतमाई, घटरानी दर्शन करने इसी मार्ग से आना जाना करेंगे और आज पहले ही दिन से काफी भीड़ चल रही है ऐसे में दिन में दो से तीन बार पानी तराई करना चाहिए पर आम जनता के सुविधा के लिए बन रहे इस मार्ग में इतनी कंजूशी क्यों की जा रही की पानी भी नहीं डाला जा रहा है।जबकि यह सुविधा आम जनता के लिए है बावजूद इसके जान बुझकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है ऐसे में अब विभाग के उच्च अधिकारियों से ही बात कर अपनी समस्या बतानी होगी।