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छत्तीसगढ़

रोहिना के ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को एसडीएम के नाम सौंपा मांगों का ज्ञापन

राजिम । राजस्व ग्राम को अलग करने के संबंध में आश्रित ग्राम सेमराडीह एवं मूल ग्राम रोहिणा के बीच में आपसी मतभेद के चलते राजस्व ग्राम को लेकर ग्राम रोहिना के सैकड़ों किसानों ने एसडीएम कार्यालय के घेराव करके मांग किया कि जब तक रोहिना वासियों को संतुष्टि प्रद जमीन आवंटन में विश्वास में नहीं लिया जाएगा तब तक सेमराडिह को राजस्व ग्राम का दर्जा न दिया जाए।चर्चा करने पर ग्राम रोहिणा के ग्राम विकास अध्यक्ष कुंवर सिंह साहू ने बताया राजस्व ग्राम की मांग सेमराडिह वाले निरंतर कर रहे हैं हमें उसे राजस्व ग्राम बनने देने में किसी तरह से परेशानी नहीं है परंतु जिस तरह से हम समस्त रोहिना वासियो को बिना विश्वास में लिए पटवारी तहसीलदार द्वारा नक्शा काटा गया है उस पर आपत्ति है जब तक नक्शा में सुधार नहीं किया जाएगा तब तक हम राजस्व ग्राम सेमराडीह को बनाए जाने पर आपत्ति करते रहेंगे किसानों ने बताया कि ग्राम सेमराडीह वाले अपने ही गांव की सरकारी जमीन को ढाई ढाई डिसमिल बांट लिए हैं जिनके वजह से राजस्व ग्राम बनाए जाने के मापदंड के आधार पर 10त्न शासकीय भूमि होना अनिवार्य पाया जाता है जो ग्राम सेमराडीह के पास नहीं है जिस वजह से 10 परसेंट शासकीय भूमि जो रोहिना में आता है उसे एवं उसके साथ-साथ जो रोहिना के मूल किसानों का जमीन है उस क्षेत्र को भी सेमराडीह के नक्शे में मिला दिया गया है जिन पर घोर आपत्ति दर्ज ग्राम वासी रोहिना ने कराया है साथ ही साथ प्रशासन को लिखित पत्र के माध्यम से कहा गया है कि अगर बिना सामंजस्यता बनाएं सेमराडीह को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया जाएगा तो आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार सामूहिक रूप से ग्राम पंचायत रोहिणा वाले करेंगे।

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