शक्कर कारखाना का किसी भी कीमत पर निजीकरण नहीं होने देंगे : रवि चन्द्रवंशी

पंडरिया । पंडरिया सहित पूरे जिले में लगभग 80 प्रतिशत किसान भाई गन्ने की खेती करते है जिनके लिए जिले में दो शक्कर कारख़ाना संचालित है जहां किसान अपना फसल अधिक से अधिक दाम पर बेच कर,लाभांश राशि और सरकार से मिलने वाली बोनस राशि से अन्य फसल के अपेक्षाकृत अत्यधिक कमाई करते है। परंतु कुछ दिनों से पंडरिया स्थित शक्कर कारख़ाना को नुक़सान में बताकर किसानों को भुगतान में हो रही समस्याओं के चलते कारख़ाना को निजी कंपनी को देने की अफ़वाह चल रही है जिसके विरोध में लगातार कारख़ाना की कर्मचारियों, किसानों के द्वारा निजीकरण के विरोध में आवाज़ उठाई जा रही है।किसान नेता रवि चन्द्रवंशी ने निजीकरण के मामले पर स्थानीय पंडरिया विधायक से निजीकरण के मामले पर स्पष्टीकरण देने की माँग करते हुए कहा कि आज की परिस्थिति में कारख़ाना के निजीकरण होने की बात चलने से लगभग 7000 शेयरधारी किसान चिंतित नजऱ आ रहे है किसानों को अंदेशा हो रहा है कि यदि कारख़ाना निजी हाथो में चला गया तो किसान भाईयो को काफ़ी नुक़सान होगा इसलिए हमारे पंडरिया विधायक जो की छोटी छोटी बातो पर प्रेस विज्ञप्ति या वीडियो संदेश देती रहती है उनको इस बड़े मामले पर किसानों को आस्वस्त करना चाहिए कि कारख़ाना के निजीकरण की प्रक्रिया पूर्णत: असत्य है , परंतु ऐसा न करने के कारण किसानों की चिन्ताये बढऩा स्वाभाविक है ।रवि चन्द्रवंशी ने कहा कि कारख़ाना प्रबंधन एक ओर पिछले छ: माह से किसानों को भुगतान नहीं कर पाई है कही यह निजीकरण की दिशा में प्रबंधन और प्रशासन की मिलीभगत तो नहीं की किसानों को भुगतान के न कर परेशान किया जाये जिससे की निजीकरण का रास्ता आशान हो, पर चन्द्रवंशी ने कहा कि यह फ़ैक्ट्री हमारे क्षेत्र के उन्नति का प्रतीक है इसे हम किसान किसी भी क़ीमत पर निजी हाथो में नहीं जाने देने ज़रूरत पडऩे पर किसानों के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी उग्र प्रदर्शन करेगी ।