छत्तीसगढ़
पंचायत सचिवों की हड़ताल से काम-काज हुआ प्रभावित
सुकमा । परीविक्षा अवधि पश्चात भी शासकीयकरण की घोषणा नहीं करने के विरोध में प्रदेश पंचायत सचिव संघ, जिला इकाई सुकमा 16 मार्च से काम बंद-कलम बंद कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। संघ के सदस्य धरने पर बैठे हैं। उन्होंने हड़ताल की सूचना जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पहले ही दे दी थी। जिलाध्यक्ष गिरीश कश्यप ने बताया कि पंचायत मंत्री के आश्वासन के बाद भी बजट में शासकीय करण को कोई प्रावधान नहीं किया गया है। पंचायत सचिव 29 विभागों के दो सौ प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर पर पूर्ण करते हंै। सरकार की योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाते हैं। हड़ताल के कारण प्रदेश के 10544 पंचायत कार्यालयों में ताला लटका हुआ है। इससे कई तरह के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। शासकीयकरण करने से सरकार पर मात्र 75 करोड़ का वित्तीय भार आएगा।