नियद नेल्ला नार की सुविधाओं से वंचित पंडेवार के निवासी

दंतेवाड़ा । राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने बस्तर के नक्सल प्रभावित पिछड़े क्षेत्र के गांवों के लिए नियद नेल्ला नार जैसा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चलाया हुआ है, इसके अंतर्गत फोर्स के कैम्प के ५ किमी के दायरे में आने वाले गांवों का चंहुमुखी विकास किया जाना है। लेकिन दंतेवाड़ा जिले के पंडेवार गांव को अब तक इस योजना के दायरे में नहीं लिया गया है, जबकि कमालूर में स्थापित फोर्स के कैम्प से सिर्फ २.५ किमी की दूरी पर पंडेवार गांव स्थित है। आलम यह है कि पंडेवार गांव में मोबाइल का कवरेज तक सही ढंग से नहीं मिलता है। कुछ जगहों पर मोबाइल से बात हो जाती है। अब तक यहां मोबाइल टॉवर नहीं लगाया गया, जबकि नियद नेल्ला नार गांव के इर्द-गिर्द मोबाइल कनेक्टिविटी से लेकर अन्य तमाम सुविधाएं विकसित किया जाना है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गांव में स्ट्रीट लाइट, पक्की सड़क, कला मंच, हाई मास्ट लाइट जैसी कई सुविधाओं की मांग वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है। मंगनार से पंडेवार के बीच सड़क कच्ची है, इसका डामरीकरण या कांक्रीटीकरण नहीं हुआ है। अब पंचायत चुनाव के बाद फिर से आवेदन देकर मोबाइल नेटवर्क बढ़ाने और अन्य सुविधाओं की मांग करेंगे।