बालवाड़ी मामले में जागा प्रशासन,हटाये गये विवादित बी.आर.सी.सी
पत्थलगांव । राज्य शासन से आबंटित शासकीय स्कूलो मे बनने वाली बालवाडी के कार्य मे विवादो से घिरे राजीव गांधी शिक्षा मिशन के बी.आर.सी.सी को अंतत: जिला कलेक्टर के अनुमोदन के बाद पद से हटाकर मूल शाला जामझोर भेज दिया गया है। उक्त आदेश मिलते ही बालवाडी के कार्य से प्रभावित हुये प्रधानपाठको ने जिला प्रशासन के कार्यो की सराहना करी है। बी.आर.सी.सी के पद पर अब घरजियाबथान हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्रभारी प्राचार्य वेदानंद आर्य को नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है। तरूण छ.ग. ने लगातार बालवाडी के कार्य मे हुयी अनियमितता के संबंध मे समाचार प्रकाशन किये थे,जिसका असर दिन गुरूवार को देखने को मिला,जब नवभारत की खबरो को संज्ञान मे लेते हुये जिला कलेक्टर के अनुमोदन के बाद बालवाडी के मामले मे विवादो से घिरे बी.आर.सी.सी को हटाकर उनके मूल शाला मे पदस्थ किया गया है। दरअसल समग्र शिक्षा मिशन की ओर से ब्लाक की 103 शालाओ मे बालवाडी बनाने का काम स्वीकृत हुआ था,यह कार्य शाला विकास समिती एवं स्कूल के प्रधानपाठक के माध्यम से पूरी गुणवत्ता के साथ कराना था,जिसके तहत राज्य शासन से निर्देश भी जारी हुये थे। राज्य शासन द्वारा बालवाडी बनाने का उददेश्य 0 से 5 वर्ष तक के बच्चो को पढाई का माहौल के लिए तैयार करना था,उन्हे खेल खेल मे शिक्षा के प्रति रूचि जगाकर बच्चो का ध्यान पढाई मे लगाना था,जिसके लिए स्कूल मे बालवाडी का निर्माण कर उसे बच्चो के माहौल युक्त तैयार करना था,परंतु इस कार्य के आते ही राजीव गांधी शिक्षा मिशन के बी.आर.सी.सी स्वयं ठेकेदार बनकर अपने निर्धारित पेंटरो से गुणवत्ताहीन कार्य कराकर आधा भुगतान बतौर कमीशन लेने लग गये
,जिसकी प्रधानपाठको ने मौखिक एवं लिखित मे शिकायत करी। इस बात की शिकायत जनप्रतिनिधियों के अलावा राज्य के मंत्रियों तक की गयी,जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत मे आकर राजीव गांधी शिक्षा मिशन के विवादीत बी.आर.सी.सी केा हटाकर नयी पदस्थापना की गयी है।।