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छत्तीसगढ़

अहिल्दा पंचायत सचिव 5 माह से नदारद ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति बढ़ा गुस्सा

कसडोल । बलौदाबाजार जिला लवन नगर पंचायत से 4 किमी. की दूरी पर ग्राम पंचायत अहिल्दा में पंचायत सचिव के अभाव में अहिल्दा पंचायत का विकास कार्य विगत 5 माह से प्रभावित है। पंचायत में कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है। इस वजह से अहिल्दा के ग्रामीण काफी परेशान है। सचिव की वजह से ही अहिल्दा का विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत अहिल्दा, हमेशा ही सुर्खियो में बना रहने वाला गांव है। यहां पर हमेशा कुछ न कुछ होते रहता है।
सरपंच झब्बूलाल साहू एक पंचवर्षीय कार्यकाल में 3 बार सरपंच रहने का रिकार्ड दर्ज कर चुका है। आपको बता दें कि सरपंच झब्बूलाल साहू जब 2020 में चुनाव जीतकर आये तो इसके ठीक एक साल बाद सभी पंचों ने एकजुट होकर सरपंच के विरूद्व 16 फरवरी 2021 को अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया गया। अविश्वास प्रस्ताव के आधार पर चुनाव हुआ जिसमें झब्बूलाल साहू को 4 मत मिले वही, विपक्ष को 17 मत मिले थें। इस प्रकार झब्बूलाल साहू सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव लाकर सरपंच पद से हटा दिया गया। सरपंच पद से हटाने के बाद उपसरपंच संतोषी बाई साहू को स्थानापन्न सरपंच बना दिया गया था। जिसके बाद सरपंच ने कलेक्टर में अपील की। अपील के उपरांत सरपंच को 23 अगस्त 2021 को वापस बहाल कर दिया गया था। फिर महज दो माह तक कार्यकाल चलाने के बाद निर्माण कार्य में रूचि नहीं लेने पर सरपंच को पुन: धारा 40 के तहत एसडीएम बलौदाबाजार के द्वारा हटा दिया गया था। इसके बाद फिर से स्थानापन्न सरपंच संतोषी बाई साहू को सरपंच चुना गया। इस दौरान उनका कार्यकाल एक साल तक रहा। सरपंच झब्बूलाल साहू ने धारा 40 हटाने के लिए पुन: उच्च न्यायालय बिलासपुर में अपील की। अपील के उपरांत सरपंच को उच्च न्यायालय के आदेश पर 16 फरवरी 2023 को चार्ज दे दिया गया।
वही, इस संबंध में सरपंच झब्बूलाल साहू का कहना है कि चार्ज देने के बाद पंचायत सचिव कांशीराम रजक पंचायत से नदारद रहता है। विगत पांच माह से पंचायत में बैठक भी नहीं हुआ है। जब से कांशीराम रजक के द्वारा प्रभार लिया गया है, तब से लेकर आज तक अतिरिक्त प्रभार के रूप में पदस्थ सचिव कांशीराम रजक पंचायत नहीं आ रहे हैं। जिनकी वजह से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने, पंचायत संबंधी कार्य, बैंकिग लेन -देन सहित विभिन्न कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
सचिव की वजह से ही अहिल्दा का विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। अहिल्दा की गलियों में कीचड़ ही कीचड़ है तथा गलियों में पानी भरा हुआ दिख रहा है। कभी पंचायत का बोर फेल जाता है तो लोगों को पानी की समस्या होती है। इसके अलावा बैंकिंग लेनदेन प्रभावित होने की वजह से गलियों में बजरी गिटटी नहीं गिर पा रहा है। लोगों को कीचड़ भरे मार्ग से होकर आना-जाना करना पड़ रहा है। सबसे महत्वपूर्ण कार्य लोगों का जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र इन दिनों नहीं बन पा रहा है। इससे लोगों में काफी आक्रोश है। जल्द ही ग्राम पंचायत अहिल्दा में पंचायत सचिव की नियुक्ति की जाये। दो दिवस के भीतर पंचायत सचिव की नियुक्ति नहीं करने पर अहिल्दा के पूरे ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जायेंगे। जिसका जवाबदार शासन-प्रशासन रहेगा।
वही यह बात बताना लाजमी है कि अभी हाल ही में सरपंच झब्बू लाल साहू के द्वारा सचिव काशीराम रजक को नहीं हटाया जाता है तो आत्मदाह करने की लिखित आवेदन जिला पंचायत सीईओ को दी गई थी। शिकायत के बाद दो-तीन दिनों में नए सचिव की नियुक्ति की जाने की बात कही गई थी किंतु अभी तक नए सचिव की नियुक्ति नहीं की गई हैं। वही इस संबंध में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि कुमार से चर्चा करने पर बताया कि नए सचिव की नियुक्ति के लिए जिला पंचायत सीईओ को भेज दिया गया है।

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