लड़की बन करता था चैटिंग, राज खुला तो कर दी दोस्त की हत्या
डोंगरगढ़ । अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में डोंगरगढ़ पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है. पुलिस से प्राप्त जानकारी में बताया गया कि 05 मई को लगभग दोपहर 2 बजे मोबाईल से सूचना प्राप्त हुआ कि ग्राम मेढ़ा नहर नाली में एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है कि सूचना पर मौके पर घटना स्थल पर पहुँचने पर एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा था, जिसको किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार में गला एवं दाहिने गाल में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोट पहुँचाकर मृत्यु होना पाया गया, मौके पर मृतक के बड़े पापा प्रार्थी पोषण साहू कि रिपोर्ट भतीजा कोमेश साहू 3 मई को लगभग १० बजे शादी में अपने दोस्त के साथ बारात सिंघनपुर कवर्धा जा रहा हूँ कहकर घर के मोटर सायकल वाहन क्रमांक सीजी.08ए.के.5477 से निकला था, जो घर नहीं आने पर 4 मई को पुलिस चौकी चिचोला में गुम इंसान दर्ज कराया गया था, 5 मई को लगभग 2.15 बजे, भतीजा कोमेश साहू का शव ग्राम मेढ़ा डोली खार नहर नाली के पास मृत अवस्था में मिलने पर अज्ञात आरोपी के विरूध अपराध क्रमांक 249/23 धारा 302 भादवि0 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस लखन पटले के मार्गनिर्देशन पर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ प्रभात पटेल के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी डोंगरगढ़ एमन कुमार साहू के नेतृत्व में अज्ञात आरोपी का पता तलाश हेतु टीम तैयार किया गया था। मामले में विवेचना के दौरान आरोपी पता तलाश हेतु घटना स्थल के आसपास गांव में लगे सीसीटीव्ही फुटेज, तकनीकी साक्ष्यों के विश्लेषण तथा मृतक के बैंक खाताओं के आहरण को खंगाला गया, आस-पास के ग्रामीणों एवं मृतक के परिजनों से पूछताछ, व मुखबीर की सूचना के आधार पर विभिन्न संदेहियों से पूछताछ किया गया जिसमें देवेन्द्र कुमार सिन्हा उर्फ सोनू ग्राम मेढ़ा से कड़ाई से पूछताछ किया गया। जिनके द्वारा अपराध के संबंध विस्तृत जानकारी दी गई।
आरोपी द्वारा बताया गया कि मृतक कोमेश साहू से मेरी पहचान पहले से ही था और मैं रोज शाम विगत आठ माह से जीबी वाट्सअप चैटिंग के माध्यम से अपने मोबाईल में मानसी नाम की लड़की बनकर वाट्सअप ऐप में चैटिंग मृतक कोमेश साहू से करता था और मालती साहू के नाम से एकाउंट बना कहा करता था कि मेरे पिताजी का देहांत हो गया है व मेरी नौकरी शिक्षाकर्मी में लगने वाली है और हमारी 15 एकड़ की जमीन बेचनी है व तुमसे शादी करूँगी का झांसा देकर पहले 1.50 लाख रु. पहले ही आनलाईन बैंक के माध्यम से ले चुका था व 3 मई को भी वाट्सअप चैटिंग कर कोमेश साहू को पैसा लेकर मेढ़ा बुलाया था, लगभग 11 बजे, कोमेश साहू मेढ़ा आया, तथा हम दोनो मेढ़ा पुल पर 7 बजे तक वही पर बैठे थे, उस समय मृतक मानसी नाम की लड़की का इंतजार कर रहा था, इसी दौरान जिससे मृतक कोमेश कोमेश साहू आरोपी के मोबाईल को देखा जिसमें मानसी नाम का वाट्सअप चैटिंग का उल्लेख था जिसे देखते ही कोमेश साहू समझ गया कि यही मानसी बनकर मेरे साथ चैटिंग कर रहा है, इसी बात को लेकर कोमेश साहू के साथ मेरा विवाद हुआ व उसके द्वारा बोला गया कि मैं तेरे खिलाफ में रिपोर्ट करूंगा, उसी समय मै डरकर कोमेश साहू को मारने का प्लान बना लिया फिर मै उसे बोला मैं पूर्व में दिये पैसे को घर से लेकर आ रहा हूँ, कहकर वहाँ से घर चले गया, घर जाकर घर में रखें चाकू (चापड़) लेकर आया जिसे मैं अपने पैंट के पीछले हिस्सा में छुपाकर रखा था, शाम होने का इंतजार कर रहा था, लगभग साढ़े सात बजे शाम को अंधेरा होने पर अपने पास रखे चाकू को निकालकर कोमेश साहू के गले में मारा कोमेश साहू नहर की ओर भागने लगा तो उसके पीछे दौड़कर उसे पुन: पकड़ा फिर उसके उपर चाकू से वार किया, जिससे कोमेश साहू वहीं गिर गया और मर गया, तब मेरे द्वारा कोमेश साहू के मोबाईल व बैग में रखे नगदी रकम 100000/-रूपये को निकालकर बैग को टोलागांव रोड में खेत में जला दिया तथा जिस चाकू से कोमेश को मारा था उसे वहीं खेत में बेशरम की झाड़ी में छिपा दिया था, नगदी रकम 1,00,000/-रूपये जिसमें से 14,500/- रूपये डीजे वाले पंकज सिन्हा निवासी मेढ़ा को उसी रात दे दिया, व 10,000/-रूपये पुराना उधारी राशि कुसुम ट्रेडर्स वाले को 5 मई को दे दिया व मृतक के मोबाईल को चेटिंग डिलिट करके भूपेन्द्र सिन्हा निवासी मेढ़ा को 5 मई को रखने दिया था एवं शेष रकम 75500/-रूपये को अपने घर के कमरे में प्लास्टिक के डिब्बा में छिपाकर रखना बताये आरोपी के निशादेही पर घटना में प्रयुक्त एक धारदार चाकू जैसे हथियार, नगदी रकम 1,00,000/- रूपये एवं मृतक का 01 नग विवो मोबाईल फोन को बरामद कर जप्त किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय ज्युडिसियल रिमाण्ड पर पेश किया गया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी डोंगरगढ़ निरीक्षक एमन कुमार साहू, चौकी प्रभारी चिचोला चेतन चंद्राकर, सायबर सेल सउनि द्वारिका लाउने, सउनि धन्नालाल सिन्हा, सउनि गणेश चौहान, सउनि तुलाराम बांक, प्रआ.महादेव साहू, प्रआ.नवीन क्षत्रिय, प्रआ. लक्ष्मी ठाकुर, आर. मनीष मानिकपुरी सायबर सेल, आर. गजेन्द्र भारद्वाज, आर. रोहित सिंह, आरक्षक प्रवेश सिंह, आर. अर्जुन अजगल्ले, आर. चंद्रकांत सोनी, आरक्षक वीरबहादुर, आर. मनोज हरमुख, आर. संजय यारदा, आर. राजेन्द्र साहू, आर. मिलाप बरेठ, आर. चमन साहू, आर. प्रमोद करियारे, आर. अजय भारद्वाज, आर. राजेन्द्र नाविक, आर. लक्ष्मी मंडावी, आरण संतोष श्रीवास्तव, आर. सुबसिंह ठाकुर की भूमिका सराहनीय रहा है।