गरियाबंद में कोविड से निपटने मॉकड्रिल, जीवनरक्षक चिकित्सा उपकरणों को परखा
गरियाबंद । सोमवार की शाम 5 बजे गरियाबंद में कोविड की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल किया गया एंबुलेंस में एक नकली कोविड पीडि़त को लेकर पुराने कोविड अस्पताल पहुंचने पर उसे अस्पताल में भर्ती करने ऑक्सीजन चढ़ाने और इलाज प्रारंभ होने में कितनी देर लगी इसका मानेट्रीरिंग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने किया, इसके अलावा जिला चिकित्सालय तथा पुराने कोविड हॉस्पिटल के ऑक्सीजन प्लांट की क्या स्थिति है इसका निरीक्षण सिविल सर्जन डॉक्टर देवेंद्र नाथ नाग तथा वरिष्ठ चिकित्सक डॉ हरीश चौहान डॉक्टर बीनकर डॉक्टर ने किया निरीक्षण के बाद जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ के सी ऊराव ने बताया कि गरियाबंद स्वास्थ्य विभाग का अमला कोरोना महामारी से निपटने पूरी तरह तैयार है 40 ऑक्सीजन बेड फिलहाल उपलब्ध है और 100 और बेड की तैयारी है दोनों ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ठीक से काम कर रहे हैं वहीं पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध है किसी भी प्रकार की महामारी से निपटने स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है आज केंद्र तथा राज्य सरकार के निर्देश पर मॉक ड्रिल में यह देखा गया कि कौन-कौन से उपकरण ठीक काम कर रहे हैं जिसमें कुछ एक को छोड़कर बाकी सभी की स्थितियां अच्छी पाई गई। डॉक्टर उरांव ने बताया कि गरियाबंद जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय के चिकित्सकों को कोविड को लेकर अलर्ट कर दिया गया है की मरीज आने पर तत्काल नियमानुसार पूरे इलाज की व्यवस्था करें जरूरत पडऩे पर होम आइसोलेशन से हॉस्पिटल भि लाए और आइसोलेट करने की पूरी व्यवस्था करें। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उसके उपचार के लिए अस्पताल में आज पूर्व अभ्यास मॉकड्रिल किया गया। इस दौरान अस्पताल में उपलब्ध जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों की क्रियाशीलता को परखा गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के सी उरांव ने बताया कि पुराने कोविड अस्पताल में 12 आईसीयू बेड और 40 हाई ऑक्सीजन फ्लो बेड अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम की सुविधा है। उन्होंने बताया कि जिले के ज्यादातर स्वास्थ्य केन्द्रों में मॉकड्रिल किया गया। चिकित्सक सहित स्वास्थ्य अमले के अल्टरनेट ड्यूटी लगाई गई है। सभी स्वास्थ्य उपचार उपकरणों को चालू हालत में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। पूरी स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ तैयार और सतर्क रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने कोविड आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू, कंट्रोल रूम, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन प्लांट सहित सभी जरूरी उपचार के उपकरण सही ढंग से काम करें यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए थे। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ के सी ऊराव ने स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड की जांच, दवा की उपलब्धता, स्वास्थ्य अमला और साफ-सफाई पर विशेष व्यवस्था करने पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि कोविड के लक्षण होने पर तत्काल जांच कराएं।