सड़क पर रहने वाले बच्चों के चिन्हांकन एवं पुनर्वास के लिए चलाया जा रहा अभियान
बीजापुर । राज्य शासन के निर्देश और कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा के मार्गदर्शन में जिले में स्ट्रीट चिल्ड्रन, बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के रेस्क्यू एवं पुर्नवास हेतु अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री लुपेन्द्र महिनाग द्वारा इस अभियान की क्रियान्वयन की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई इस अभियान के तहत ऐसे बच्चे जो बिना किसी सहारे सड़को पर रहते है और रात में निकट के झुग्गी झोपड़ी बस्तियो में रहने वाले अपने परिवारो के पास वापस आ जाते है, ऐसे श्रेणी के बच्चे अपनी उत्तर जीविका भोजन, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार संघर्षो एवं चुनौतियो का सामना करते है उन बच्चों का चिन्हांकन कर उनका संरक्षण प्रदान करने शिक्षा एवं अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने उनके परिवारो को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनके प्रशिक्षण एवं उनके रोजगार की व्यवस्था हेतु विभिन्न विभाग के समन्वय से कार्य योजना अनुसार 28 फरवरी से 31 मार्च 2023 तक अभियान चलाया जा रहा है। अभियान अंतर्गत सड़क में रहने/अपशिष्ट संग्राहक/बाल भिक्षावृति/भटके हुए बच्चों के चिन्हांकन हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इस पर रेस्क्यू टीम द्वारा जिले में सतत रूप से निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि कोई भी ऐसे बच्चों का चिन्हांकन होने की दशा पर तत्काल उस पर पुर्नवास की प्रक्रिया किया जाए। सड़क में रहने वाले बच्चो के रेस्क्यू हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई एवं श्रम विभाग के संयुक्त टीम द्वारा सभी विकासखण्डो में सर्वेक्षण का काम करेंगे। एवं पंचायत स्तर पर भी सर्वेक्षण का कार्य किया जावेगा, जिससे की जिले में किसी भी स्थिति में ऐसे बच्चों के चिन्हांकन होने पर तत्काल कार्यवाही कर बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए बालक कल्याण समिति को प्रस्तुत कर, पुर्नवास की कार्यवाही एवं शिक्षा से जोडने का कार्य भी किया जावेगा। सुश्री नगीना लेखाम, परामर्शदाता श्री प्रांजल पटेल श्रम कल्याण अधिकारी श्री राजकुमार निषाद सामाजिक कार्यकर्ता, श्रीमति सत्या लाटकर, श्री आत्रम धरम्मैया आउटरीच वर्कर द्वारा बीजापुर का निरीक्षण किया गया।