गर्भकाल में वेद शास्त्र का पाठ करने से गुणवान संतान की होती है प्राप्ति : प्रदीप मिश्रा
बलौदाबाजार । अपना कुछ समय परमात्मा को दीजिये परमात्मा आप के लिए समय निकालेगा। उक्त बातें प. प्रदीप मिश्रा ने शिव कथामहापुराण के अंतिम दिवस व्यासपीठ से कही।
ग्राम कोकड़ी निवासी जायसवाल परिवार द्वारा आयोजित कथा में उपस्थित लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए महाराज ने कहा भक्ति का बल भजन से, और भजन से सुख प्राप्त होता है उससे बड़ा सुख नही है।गर्भकाल में स्त्री को वेद शास्त्र का पाठ, भजन पूजन करना चाहिए, मंदिर जाए, कथा सुने जिससे आपकी आने वाली संतान में ईश्वरीय स्तुति गुण प्राप्त हों। कष्ट के समय ईश्वर को न छोड़े ईश्वर आपके कष्ट दूर करेंगे। जहाँ विश्वास होता है वहाँ शिव निवास करते हैं। शिव गुण, शिव तत्व की महत्ता स्वीकार कीजिए, शिव के प्रति निष्ठा, भरोसा बरकरार रखिये। शिवालय जाइये शिव को जीवन समर्पित कीजिए। आपके सभी कष्ट दूर होंगे। देवता पल्ला झाड़ के देते हैं पर देवाधिदेव महादेव छप्पड़ फाड़ के देते हैं। जो पत्नी और पुत्र विपरीत दिशा में चलने लगे तो शिवालय जाए। आप धन कमा रहे हो, गहने खरीद रहे हो, घर बना रहे हो संपत्ति बना रहे हो पर घर में मीठी वाणी नही मिल रही तो भोले की शरण में जाइये। अगर शिवालय, शिव के दर्शन हो रहे हैं तो अवश्य ही भगवान की दृष्टि आप पर है। अगर आपकी श्रद्धा, भजन प्रबल है तो आपके जीवन में बाधा आ ही नही सकती। श्रद्धा और निष्ठा का प्रतीक है अखंड रामायण। अखंड रामायण भक्त के समर्पण और ईश्वर की कृपा को बताता है। भगवत कथा ऊर्जा का प्रतीक होता है, कथा भक्ति को जीवन में शामिल कीजिए और ईश्वर की ऊर्जा प्राप्त कर जीवनपर्यंत
उर्जावान बने रहे। शरीर मर्यादा के अनुरूप कपड़े से ढकी रहना चाहिए। शरीर की शोभा सोने की गहनों से नही, मर्यादित पहनावे से होती है। वृक्ष की जड़ अगर दिखाई दे तो वह पनपती नही है इसलिए वृक्ष की जड़ को मिट्टी से ढकी जाती है। वैसे ही व्यक्ति की जड़ नाभि होती है। उसका दिखावा अवश्य ही हितकारी नही है इसलिए पहनावे पर ध्यान दे हमारी संस्कृति में पहनावा महत्वपूर्ण और मर्यादित है इसलिए सनातनी, एवं प्रादेशिक पहनावे को धारण करे।
टीवी, फिल्मी संस्कृति ने पहनावे को कुरूप बनाया है जो सनातन धर्म के अनुरूप नहीं है। आज हम सभी को सनातन धर्म का पालन करने हेतु प्रतिबद्ध होना चाहिए। शिव कथामहापुराण सुनने वाले भक्त उत्तम फल को प्राप्त करते हैं ये शिव की विशेष कृपा है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने आयोजक रामु जायसवाल, वेनुशंकर, कृष्ण कुमार, रमेश जायसवल परिवार सहित कोकड़ी, बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ को भव्य एवं ऐतिहासिक आयोजन हेतु साधुवाद देते हुए सभी सेवा भावी संगठनों, कार्यकर्ताओ एवं श्रद्धालुओं को भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होने की कामना की।