क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर :अग्नि चंद्राकर
महासमुंद। छग राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष व पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर ग्राम पंचायत सेरकेल के आश्रित ग्राम पाटनदादर में आयोजित मड़ई एवं रात्रिकालीन कबड्डी प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान श्री चंद्राकर ने कहा कि क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए वे सदैव तत्पर रहे हैं और रहेंगे। पारंपरिक लोक नृत्यों और बाजे-गाजे के संग श्री चंद्राकर का स्वागत करने के साथ ही ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं भी रखीं। चितवा बांध के उलट निर्माण की मांग की तथा सरेकेल व पाटनदादर के बीच सड़क निर्माण आवश्यकता भी बताई। सरपंच रागिनी दीवान और उपसरपंच मोहन ध्रुव के नेतृत्व में पंचायतवासियों ने निगम अध्यक्ष श्री चंद्राकर को सौंपे मांग पत्र में बताया है कि ग्राम पाटनदादर स्थित चितवा बांध में उलट निर्माण नहीं हुआ है, जिसके कारण बरसात का पानी व्यर्थ बह जाता है और किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता। उलट निर्माण होने पर किसानों को काफी लाभ होगा। इस पर निगम अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने उलट निर्माण हेतु भरसक प्रयास करने का आश्वासन दिया। वहीं सरेकेल व पाटनदादर के बीच आवागमन की दिक्कतों के संबंध में भी चर्चा हुई। दोनों गांव के बीच कोई सड़क नहीं है, संकरा धरसा से लोग आना-जाना करते हैं। चूंकि इस धरसा की दोनों ओर की भूमि लगानी भूमि है, इसका उल्लेख करते हुए श्री चंद्राकर ने कहा कि गांव वाले सहमत हो जाएं तो इसके लिए ठोस पहल करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के सदस्य मोहित ध्रुव ने की। कार्यक्रम को युवा नेता दिव्येश चंद्राकर, सरपंच प्रतिनिधि रामलाल दीवान, आदिवासी समाज अध्यक्ष खिलावन ध्रुव आदि ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि मड़ई हमारी सांस्कृतिक परंपरा है, फसल कटाई के बाद उत्साह और उल्लास के माहौल में मड़ई का आयोजन गांव-गांव में होता है। वहीं कबड्डी खेल के प्रति ग्रामीण युवाओं की बढ़ती अभिरुचि शुभ संकेत देती है। इस मौके पर निगम अध्यक्ष श्री चंद्राकर के प्रतिनिधि नारायण नामदेव, जनपद सदस्य कुन्ती कमलेश ध्रुव, सहकारी समिति सरेकल अध्यक्ष रामजी ध्रुव, कोलपदर सरपंच चंद्रकुमार दीवान, तुरेंगा सरपंच होरीलाल दीवान, वरिष्ठ नेता मनबोध ध्रुव, कार्तिक पटेल, सागर पटेल, राजीव युवा मितान चिरको दुष्यंत ध्रुव, किशन बरिहा, जीवन बरिहा, मेषराम ध्रुव, हरीश ध्रुव, नरसिंग ध्रुव, शिवप्रसाद ध्रुव, चैतराम ध्रुव, माधुरी बरिहा, सुशीला बरिहा, हेमा ध्रुव, हेमबाई ध्रुव, कमलेश ध्रुव, मयाराम ध्रुव, तिहारू यादव, रामचरण ध्रुव, भगतराम ध्रुव, अमरू लाल ध्रुव सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।