बस्तर के लोग जीवन का हर पल उत्सव की तरह जीते हैं:केजी सुधाकर

बीजापुर । बस्तर संभाग के हर ब्लाक में हो रहे बस्तर पण्डुम से लोगो में उत्साह देखने को मिल रहा हैं। माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कि पहल से आज बस्तर के आदिवासी युवा युवतियाँ के द्वारा यहां की लोक ,संस्कृति, परंपराओं ,पोशकों, व्यंजनों व लोक नृत्य-संगीतों सहित विभिन्न विधाओं से आम जनमानस को अवगत कराने एवं यहां की संस्कृति को विश्व- पटल पर पुनर्जीवित रखने का पहल है। आईटीसेल प्रभारी के.जी. सुधाकर ने कहाँ हैं कि बस्तर के लोग जीवन का हर पल उत्सव की तरह जीते हैं और अपनी खुशी की अभिव्यक्ति के लिए उनके पास समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। उन्होंने कहाँ हैं कि बस्तर में शांति स्थापना के लिए हमारी सरकार तेजी से अपने कदम बढ़ा रही हैं और बस्तर पंडुम के माध्यम से बस्तर के लोकजीवन और लोकसंस्कृति को सहेजने के साथ ही उनकी उत्सवधर्मिता में हम सहभागी बना रही हैं। उन्होंने कहाँ हैं कि आयोजन सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के साथ ही बस्तर के प्रतिभाशाली कलाकारों को सशक्त मंच प्रदान करेगा। सुधाकर ने कहाँ हैं कि बस्तर की संस्कृति को सहेजने का सुनहरा अवसर बस्तर पंडुम 2025ÓÓ सिर्फ एक महोत्सव नहीं, बल्कि बस्तर की गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने उन्हें वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का प्रयास है। यह आयोजन बस्तर के कलाकारों के लिए सुनहरा अवसर है, जिससे वे अपनी कला और परंपराओं को संरक्षित करने के साथ-साथ एक नई पहचान भी बना सकेंगे।