डंकनी नदी घाट पर गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए उमड़ी भीड़
दंतेवाड़ा । अनंत चतुदर्शी आज है मगर बीती शाम से ही डंकनी नदी घाट पर गणपति जी का क्रम अनवरत चल रहा है जो आज भी जारी है। तिथि के मुताबिक सोमवार शाम 3 बजे से ही अनंत चतुर्थी की तिथि प्रारंभ हो गई थी। कल से पितृपक्ष शुरू हो रहा है इसलिए श्रद्वालु इससे पूर्व ही गणेश जी का विसर्जन कर दे रहे हैं। सोमवार शाम को नदी घाट पर छोटे गणपति काफी संख्या में विसर्जन के लिए लाए गए थे। घरों में ज्यादातर लोग छोटे आकार के ही गणपति बिठाए थे। गणपति विसर्जन का सिलसिला बीती शाम से शुरू हुआ जो आज सुबह भी जारी रहा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने सभी सार्वजनिक गणेश समितियों के लोगों को बुलाकर डीजे के साथ झांकी निकालने पर पाबंदी होने की जानकारी दे थी जिसके बाद से बीती शाम जितनी भी झांकियां निकाली गई किसी में डीजे शामिल नहीं था। स्थापित बैंड बाजा, की धुन पर ही लोग थिरकते नाचते अपने अपने गणेश जी का झांकी निकाल नदी घाट ले जाकर विसर्जन करते रहे। आम जनता ने भी हाईकोर्ट के इस फैसले का तहेदिल से स्वागत किया है क्योंकि डीजे के चक्कर में गणेश समितियों के लोग लेट से विसर्जन करते थे। पितृपक्ष में भी विसर्जन का दौर चलता रहता था जो धर्म संवत नहीं था। धर्माचार्यो ने भी इस पर आपत्ति जताई थी अब डीजे पर रोक लग जाने के बाद सभी सार्वजनिक गणेश समिति के लोग सादगी पूर्ण तरीके से ही अपने अपने गजानन को विसर्जन कर रहे हैं। नदी घाट पर लाईट की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा की गई है। छोटे गणेश के विसर्जन के लिए गढढा खोदकर रिंगनुसार आर्टिफिशियल कुण्ड बनाया गया है वहीं बडे गणेश को नदी में विसर्जित किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से गोताखोर की तैनाती भी घाट पर प्रशासन ने कर रखा है। सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन की तैनाती भी नदी घाट पर की गई है।