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छत्तीसगढ़

कलेक्टर के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या का किया जा रहा निराकरण

राजनांदगांव। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने पीएचई और पंचायत विभाग की संयुक्त टीम द्वारा पेयजल समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गर्मी के मौसम के दृष्टिगत जनसामान्य को पेयजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पेयजल से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल निदान करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में संयुक्त टीम द्वारा गांवों में जाकर ग्रामीणों से चर्चा कर समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। हैण्डपम्प और बोर की स्थिति का निरीक्षण किया जा रहा है ताकि लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिल सके। जिन गांवों में पानी की समस्या है उन गांवों में पेयजल की समस्या के लिए समाधान किया जा रहा है। पंचायत एवं पीएचई विभाग द्वारा संयुक्त रूप से जल की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक ली गई। पीएचई और पंचायत विभाग की टीम द्वारा जिले के ग्राम रामाटोला, खूबटोला, कोटनापानी, घोरदा, बनहरदी , रामपुर, कोटरासरार और करमतरा का निरीक्षण किया गया और वैकल्पिक समाधान किया गया। इसके साथ ही जल संरक्षण के लिए नए कार्यों का चिन्हांकन भी किया गया।
पीएचई एवं पंचायत विभाग की संयुक्त टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों को जल संरक्षण के संबंध में जानकारी दी। जिन ग्रामों में पूर्व से पेयजल संबंधित समस्या ग्रीष्मकाल में आती है या भूजल का स्तर गिरता रहा है ऐसे गांवों का चिन्हांकन किया गया। इन ग्रामों में जल संरक्षण के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। डबरी निर्माण, कुआँ निर्माण, परकोलेशन टैंक के माध्यम से जल संरक्षण के उपाय किये जा रहे हैं। जिससे ग्राउंड वाटर लेवल बढ़ेगा। संयुक्त टीम ने ग्रामीणों को बताया कि धान की खेती में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। गर्मी के मौसम में कम पानी की आवश्यकता वाले फसल लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया। जिससे भूजल स्तर अच्छा रहेगा।

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