सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर रेत चोरों का हो रहा है विकास
राजिम । गरियाबंद जिले में खनिज संसाधन की लूट इस कदर मची है कि जितना लूटना है लूट लो समय कम है पर खनिज विभाग और जिले में बैठ बड़े अधिकारी की पत्तेदारी में यह अवैध रेत घाट का दायरा बढ़ता जा रहा है जिससे रेत चोर मालामाल हो रहे हैं तो वही गौण खनिज और इससे होने वाले करोड़ों रुपए के महिने के हिसाब से राजस्व की हानि शासन को हो रही है पर इन सब चीजों की चिंता करने की फुर्सत किन को है सरकारी डीजल जला रहे हैं यहां तो सबकी अपनी जेबों की पड़ी है चौबे बांधा पुल के नीचे इन दोनों भारी मात्रा में यह अवैध कारोबार चल रहा है जो सबको पता है साथ ही चिंता की बात यही है कि इस अवैध रेत खदानों से चौबे बांधा पुल के ऊपर भविष्य में खतरा मंडरा रहा है आसपास चल रहे इस अवैध घाट से भविष्य में जिस तरह इस बड़ी पुल को नुकसान हो सकता है इसका अंदाजा आज तक किसी ने नहीं लगाया है ।
नवागांव एनीकेट रेत चोरों का शिकार
तो वही करोड़ों रुपए के लागत से बने नवागांव एनीकेट का गेट खुला होने एवं संबंधित विभाग के उदासीन रवैए के चलते भरे गर्मी में एनीकेट में पानी नहीं भर पा रहे हैं गेट खुला पड़ा है करोड़ों रुपए खर्च कर एनीकेट बनाने का कोई मतलब ही नहीं रहा लोगों का कहना है यह सब शासन प्रशासन का रेत चोरों पर मेहरबानी है नहीं तो एनीकेट में पानी भरा होता लोगों के जुबान में अब स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं सरकार के प्रति गुस्सा फुट रहे हैं
कुछ जानकार बताते हैं कि चौबे बांध पुल के नीचे चल रहे इस घाट के वजह से धीरे-धीरे इस पुलिया में दरारे व पुल का जमीन के नीचे धंसने का अंदेशा है जो आगे चलकर किसी बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण दे सकता है पर जिले में बैठे अफसर शाही और नेताओं के शहर पर चल रहे इस गोरख धंधे में जो लूट मची हुई है इस वजह से किसी को कोई चिंता नहीं है खासकर जिले का यह चौबे बांधा घाट सुर्खियों में रहता है चाहे धमतरी जिले के मगरलोड ब्लॉक के उस पार से हो या गरियाबंद जिले के इस पर से यहां घाट लगातार चल रहा है राजिम तक निकलने वाले इस मुख्य मार्ग पर सैकड़ो हाईवा गाडिय़ों से उठने वाली धूल से राहगीर रोज स्नान कर रहे हैं और इन दिनों ऐसे भी शादी के सीजन है जिस वजह से इस मार्ग पर लोगो की आवाजाही बढ़ गई है ऐसे में ग्राम पंचायत के सरपंच के संरक्षण में फल फूल रहा या अवैध कारोबार की पत्तेदारी ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक तगड़ा है और घाट से सबका साथ सबका विकास हो रहा है शायद ही इसे रोक पाने में जिला प्रशासन और खनिज विभाग व राजस्व विभाग सक्षम हो अवैध रूप से बिना स्वीकृति से यह घाट महीना से चल रहा है नगर मुख्यालय राजिम से महज कुछ किलो मीटर की दूरी पर यह अवैध घाट संचालित है जिसमें कितने लोगों का हिस्सेदारी बना हुआ है। पैरी नदी में बने इस चौबे बांधा पुलिया के अस्तित्व के ऊपर आज खतरा मंडरा रहा है ।इसको देखते हुए तत्काल आसपास खुदाई बंद करनी चाहिए पर इन सब बातों से ना तो रेत चोरों को कोई मतलब है ना ही जिला प्रशासन को ना हीं किसी नेता या सरकार को ये सब ऐसा ही चलता रहेगा। अवैध खनन से चोरों का विकास जरुर हो रहा है ।