श्रीमद् भागवत जीवन जीने की कला:पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज
महासमुंद । मिनी स्टेडियम महासमुंद में आज से प्रसिद्घ कथा वाचक पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज द्वारा भागवत कथा का शुभारंभ किया गया । उन्होंने उपस्थित भक्तजनों को संबोधित करते हुये कहा कि भागवत जीवन जीने की कला है । अत: भागवत की कथा को जीवन में उतारे उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत भगवान के सभी 24 अवतारों का विग्रह है । भागवत संपूर्ण ग्रंथों का सार है एवं संतों की प्रसादी है । अपने सुमधुर वाणी से श्रद्घालु भक्तजनों को मंत्रमुग्ध करते हुये कहा कि संसार में सब कुछ वापस आ सकता है । समय को छोडकऱ इसलिये हमें समय की कीमत को पहचानना होगा हम सबके लिये समय अमूल्य हीरा है, जिसने भी सच्चे मन से भागवत कथा का श्रवण किया है उनका जीवन धन्य हुआ है हमें मनुष्य जीवन मिला हम अत्यंत सौभाग्यशाली है । हमारा जीवन प्रभु के चरणों में समर्पण होना चाहिये ।पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज जी ने भागवत कथा का अमृत श्रवण कराते हुये भक्त जनों से कहा कि आध्यात्मिक जीवन आत्मिक सुख का निश्चित हेतु है, जिन पर मनुष्य की आंतरिक कथा, बाह्य दोनों प्रकार की उन्नति एवं समृद्वियां अवलंबित है । सांसारिक उपलब्धियां प्राप्त करने के लिये भी जिन परिश्रम, पुरुषार्थ, सहयोग, सहकारिता आदि गुणों की आवश्यकता होती है वे सब आध्यात्मिक जीवन के ही अंग है । मनुष्य का आंतरिक विकास तो आध्यात्मक के बिना हो ही नहीं सकता । उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा मनुष्य के जीवन दर्शन का सार है, जिससे आध्यात्मिक उन्नति संभव है ।आज कथा के प्रथम दिवस मुख्य यजमान सुशील शर्मा सहित सह यजमान धर्मेन्द्र महोबिया, रमेश साहू, मुन्ना साहू, येतराम साहू, संदीप दीवान, एम.आर. विश्वनाथन, अनुज पांडेय, दिग्विजय साहू, पप्पू ठाकुर, मनीष शर्मा द्वारा सपरिवार उपस्थित होकर महराज जी का भव्य अभिनंदन किया गया । इस अवसर पर पंडित जवाहर त्रिवेदी अर्पित त्रिपाठी नवलकिसोर दुबे सहित समस्त आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पूज्य व्यास जी श्रीमद भागवत एवं गोपाल जी का पूजन कराया गया । प्रथम दिवस कथा के अवसर पर ललिता अग्रवाल,सुधा साहू, मीना वर्मा, प्रिया योगेश्वर राजू सिन्हा, आनंद गिरि गोस्वामी, अग्रज शर्मा, टेकराम सेन, राजश्री ठाकुर, घनाराम साहू, शुभ्रा शर्मा, मुन्ना देवार, ललिता प्रकाश चंद्राकर, राजेश्वरी सिन्हा, चुनेश्वरी साहू, लता चंद्राकर, लक्ष्मी साहू, श्रुति शर्मा गुलाब ठाकुर उपस्थित थे । कर सहित हजारों की संख्या में श्रद्घालु भक्त जन उपस्थित थे ।
उक्त जानकारी आयोजन समिति की ओर से टेकराम सेन ने दी है ।