शुध्द पेयजल नहीं मिल रहा है क्षेत्र के कई गांवों के लोगों को
भोपालपटनम । ग्रामीणों को फि़ल्टर युक्त शुद्ध पेय जल मुहैया कराने के उदेश्य से भोपालपटनम/रल्लापल्ली समूह जल प्रदाय योजना प्रारम्भ किया गया था लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद भी इसका लाभ न मिलने के कारण ग्रामीण आज भी फ्लोराईड युक्त पानी पीने को मजबूर है उक्त बाते जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति मे कही
ताटी ने बताया की उक्त योजना के तहत नगर पंचायत भोपालपटनम सहित तिमेड, भटपल्ली, रामपुरम, गोटाईगुडा, गोल्लागुडा,गुंलापेटा, गेर्रागुडा, रुद्रारम, कुचनूर, अर्जुनल्ली, चिनामाटुर, पेदामाटुर, चेरपल्ली, संड्रापल्ली, मोदकपल्ली, उल्लूर, चंदनगिरी,चिल्लामरका के कुल उन्नीस गावों मे फि़ल्टर युक्त शुद्ध पेय जल मुहैया किया जाना है किन्तु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कि निष्क्रियता की वज़ह से उपरोक्त ग्रामीणों को शुद्ध पेय जल उलब्ध नहीं हो पा रहा है जिला पंचायत सदस्य ताटी ने बतया कि भोपालपटनम क्षेत्र के अधिकांश जल स्रोतों मे फ्लोराईड की अत्यधिक मात्रा होने के कारण पानी पीने योग्य नहीं है जिस वज़ह से क्षेत्र वासियों के मांग अनुरूप भोपालपटनम/रल्लापल्ली समूह जल प्रदाय योजना की स्वीकृति प्राप्त हुई थी लेकिन वर्षो बीत जाने के बावजूद भी इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है ताटी ने बतया की सम्बंधित अधिकारियो द्वारा जँहा एक ओर ग्राम चिल्लामरका एवं चंदनगिरी टेस्टिंग अवधि मे होने के कारण पेय जल सप्लाई बंद रहने की बात कही जा रही है तो वही दूसरी ओर चिन्नामाटुर एवं संड्रापल्ली ग्रामो मे पर्याप्त पानी नहीं पहुँच पाने की वज़ह से सप्लाई नहीं होना बताया जा रहा है ताटी ने आगे बताया कि ग्राम उल्लूर इंदिरा आवास पारा मे पानी सप्लाई नहीं हो पाने का कारण बरसात मे पाईप लाईन का बह जाना बताया जा रहा है जबकि पाईप लाईन के बहे हुए लगभग दो वर्ष बीत चुके है किन्तु इसके सुधार की ओर आज पर्यंत विभाग का ध्यान नहीं है ताटी ने यह भी बताया की करोडो रूपये की लागत से प्रारम्भ की गई अति महत्वपूर्ण योजना प्रारम्भिक दौर मे ही दम तोड़ती नजर आ रही है जिला पंचायत सदस्य ने बतया कि हर घर नल- नल से जल की परिकल्पना तो साकार होती नजर नहीं आ रही है लेकिन हर घर मे नल लगे स्टैंड पोस्ट शो-पीस की तरह अवश्य खड़े है जिस वज़ह से घरों मे लगे इन नलों मे जल कब आएगा इसका इंतजार ग्रामीण बेसब्री से कर रहे है ताटी ने बतया कि जिस फ्लोराईड की समस्या को लेकर यह योजना प्रारम्भ कि गयी थी उसी योजना का लाभ ना मिलने से ग्रामीण आज भी फ्लोराईड उक्त पानी पीने को मजबूर है।