श्रीमद् भागवत सभी पुराणों में सर्वोपरि विशुद्ध प्रेम शास्त्र है*= *पं, हरगोपाल शर्मा* भाटापारा= श्रीपंचमुखी हनुमान यज्ञ आयोजन समिति द्वारा गत चौदह वर्षों से बसंत पंचमी के पावन अवसर पर होने वाले यज्ञ आयोजन की श्रृंखला में इस वर्ष रामचरित मानस महायज्ञ का शुभारंभ हो चुका है यज्ञ के साथ ही यज्ञ स्थल पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन रखा गया है जिसमे कथा व्यास के रूप में भाटापारा नगर के पंडित हरगोपाल शर्मा अपनी सरल व सुमधर वाणी से जनमानस को भागवत कथा का रसपान करा रहे है उन्होंने भागवत कथा का महात्म बताते हुए कहा भागवत समस्त वेदों व उपनिषदों का सार है जिसके श्रवण मात्र से पापी से पापी व्यक्ति भी सहज ही मुक्ति को प्राप्त कर लेता है श्रीमद् भागवत सभी पुराणों में सर्वोपरि है इसलिए इसे श्रीमद् शब्द के तिलक से अलंकृत किया गया है । एक जन्म नहीं अनंत जन्मों के भाग्य जब उदय होते है तभी श्रीमद् भागवत कथा श्रवण में रुचि हो पाती है दैहिक, दैविक ,भौतिक तीनों प्रकार के तापों को नष्ट करने की जिनमें सामर्थ है उन्हीं भगवान के श्रीमुख से निः सृत ग्रंथ है श्रीमद् भागवत। भागवत में परम धर्म का निरूपण किया गया है पं, हरगोपाल शर्मा ने कहा कि आपको अन्य किसी ग्रंथ को पढ़ने का समय ना मिले तो आप जीवन में भागवत पाठ का संकल्प ले लें मन में संकल्प आते ही हृदय में भगवान का प्राकट्य हो जाता है । उन्होंने भगवान शंकर द्वारा भगवती पार्वती को अमर कथा का श्रवण कराना व सुकदेव जी के जन्म की कथा को बड़े सुंदर ढंग व विस्तार से बताया मानव के लिए परम धर्म भगवान श्री कृष्ण के चरणों में प्रीति है,जितने भी देवी देवता है सबका मूल श्री कृष्ण है इसलिए चिंता को त्याग अनन्यता से भगवान कृष्ण का चिंतन करना चाहिए । उन्होंने महाभारत की कथा, उत्तरा के गर्भ में अश्वत्थामा के ब्रह्मास्त्र से परीक्षित की प्राण रक्षा एवं कुंती द्वारा भगवान की स्तुति को बहुत ही मार्मिक ढंग से बताया जिसे सुन श्रोता भाव विभोर हो गए । भीष्म स्तुति,भगवान कृष्ण का द्वारिका गमन, कलि निग्रह,किसकी उपासना से क्या फल, वाराह अवतार व कपिलोपख्यान की कथा को बड़े ही विस्तार से सुनाया । कथा के प्रसंगों पर में बेबी श्रुति,शैलेंद्र उपाध्याय,गौरव शर्मा,पलास शर्मा द्वारा गाये सुमधुर भजनों पर झूमते भक्त व बृंदावन की सुंदर झांकी के बीच कथा पंडाल में भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है । इस महाआयोजन में प्रथम दिवस धरसीवां विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा सपत्नीक पहुंचे उनके साथ ही मदकुद्वीप से रामरूप दास जी महाराज,यज्ञ आयोजन के संयोजक पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, आरएसएस के प्रचारक नारायण नामदेव,रायपुर नगर निगम पार्षद आशु चंद्रवंशी, सांसद प्रतिनिधि मणिकांत मिश्रा,दिनेश जांगड़े,लक्ष्मी साहू, किरण बघेल सहित बलौदाबाजार यज्ञ आयोजन समिति के सदस्य सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे
श्रीमद् भागवत सभी पुराणों में सर्वोपरि विशुद्ध प्रेम शास्त्र है-पं, हरगोपाल शर्मा
भाटापारा= श्रीपंचमुखी हनुमान यज्ञ आयोजन समिति द्वारा गत चौदह वर्षों से बसंत पंचमी के पावन अवसर पर होने वाले यज्ञ आयोजन की श्रृंखला में इस वर्ष रामचरित मानस महायज्ञ का शुभारंभ हो चुका है यज्ञ के साथ ही यज्ञ स्थल पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन रखा गया है जिसमे कथा व्यास के रूप में भाटापारा नगर के पंडित हरगोपाल शर्मा अपनी सरल व सुमधर वाणी से जनमानस को भागवत कथा का रसपान करा रहे है उन्होंने भागवत कथा का महात्म बताते हुए कहा भागवत समस्त वेदों व उपनिषदों का सार है जिसके श्रवण मात्र से पापी से पापी व्यक्ति भी सहज ही मुक्ति को प्राप्त कर लेता है श्रीमद् भागवत सभी पुराणों में सर्वोपरि है इसलिए इसे श्रीमद् शब्द के तिलक से अलंकृत किया गया है । एक जन्म नहीं अनंत जन्मों के भाग्य जब उदय होते है तभी श्रीमद् भागवत कथा श्रवण में रुचि हो पाती है दैहिक, दैविक ,भौतिक तीनों प्रकार के तापों को नष्ट करने की जिनमें सामर्थ है उन्हीं भगवान के श्रीमुख से निः सृत ग्रंथ है श्रीमद् भागवत।
भागवत में परम धर्म का निरूपण किया गया है पं, हरगोपाल शर्मा ने कहा कि आपको अन्य किसी ग्रंथ को पढ़ने का समय ना मिले तो आप जीवन में भागवत पाठ का संकल्प ले लें मन में संकल्प आते ही हृदय में भगवान का प्राकट्य हो जाता है ।
उन्होंने भगवान शंकर द्वारा भगवती पार्वती को अमर कथा का श्रवण कराना व सुकदेव जी के जन्म की कथा को बड़े सुंदर ढंग व विस्तार से बताया मानव के लिए परम धर्म भगवान श्री कृष्ण के चरणों में प्रीति है,जितने भी देवी देवता है सबका मूल श्री कृष्ण है इसलिए चिंता को त्याग अनन्यता से भगवान कृष्ण का चिंतन करना चाहिए । उन्होंने महाभारत की कथा, उत्तरा के गर्भ में अश्वत्थामा के ब्रह्मास्त्र से परीक्षित की प्राण रक्षा एवं कुंती द्वारा भगवान की स्तुति को बहुत ही मार्मिक ढंग से बताया जिसे सुन श्रोता भाव विभोर हो गए । भीष्म स्तुति,भगवान कृष्ण का द्वारिका गमन, कलि निग्रह,किसकी उपासना से क्या फल, वाराह अवतार व कपिलोपख्यान की कथा को बड़े ही विस्तार से सुनाया । कथा के प्रसंगों पर में बेबी श्रुति,शैलेंद्र उपाध्याय,गौरव शर्मा,पलास शर्मा द्वारा गाये सुमधुर भजनों पर झूमते भक्त व बृंदावन की सुंदर झांकी के बीच कथा पंडाल में भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है । इस महाआयोजन में प्रथम दिवस धरसीवां विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा सपत्नीक पहुंचे उनके साथ ही मदकुद्वीप से रामरूप दास जी महाराज,यज्ञ आयोजन के संयोजक पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, आरएसएस के प्रचारक नारायण नामदेव,रायपुर नगर निगम पार्षद आशु चंद्रवंशी, सांसद प्रतिनिधि मणिकांत मिश्रा,दिनेश जांगड़े,लक्ष्मी साहू, किरण बघेल सहित बलौदाबाजार यज्ञ आयोजन समिति के सदस्य सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे