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छत्तीसगढ़

राजिम आने पर सीएम साय करेंगे जिला बनाने की घोषणा, लोगों को है उम्मीद

राजिम । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के राजिम आगमन को लेकर लोगों में काफी उम्मीदें हैं। अर्से से राजिम विकास से कोसों दूर छूट गया है इन्हें विकास के मुख्य धारा से जोडऩे की जरूरत है। यहां की जनता ने इस बार भाजपा को वोट देकर विधायक बनाया है और सत्ता में भी भाजपा की सरकार बैठे हुए हैं। जिले की मांग विगत कई वर्षों से चल रही है परंतु अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है जबकि इस विधानसभा क्षेत्र से अविभाजित मध्य प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री दिए हैं। एक बार जेल मंत्री तथा छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार में ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री मिला था अर्थात पांच बार राजिम विधानसभा क्षेत्र ने मंत्री दिए हैं लेकिन प्रदेश सरकार ने राजिम को जिला की सौगात अभी तक नहीं दे पाया है। संत कवि पवन दीवान जनता की आवाज बनकर जिले की मांग उठाते रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन काल में तीन प्रमुख सपना देखे थे जिसमें पहला छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण दूसरा राजिम को जिला बनाना तथा तीसरा सपना कौशल्या माता के जन्मस्थली चंद्रखुरी को विकसित करना था। इनमें से छत्तीसगढ़ निर्माण उनके जीते जी हो गया। ब्रह्मलीन होने के बाद कौशल्या माता के जन्म स्थल को विकसित किया गया। अब राजिम जिला अभी तक नहीं बना है। दीवान जी के ब्रह्मलीन होने के बाद यहां के लोगों ने जोर-शोर से अपनी बात शासन प्रशासन तक रख रहे हैं पिछले वर्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजिम पहुंचे हुए थे तब उन्होंने जिले को खड़ा करने में समय लगता है कहकर हाथ खड़ा कर दिया। यहां से मतदाताओं ने भाजपा को वोट देकर विधायक बनाया है। इसी विश्वास के साथ की भाजपा सरकार राजिम को जिला जरूर बनाएंगे। इस संबंध में हमने क्षेत्र के लोगों से बात किया शहर के प्रीत साहु, भोला निषाद, टीकम साहू, मायाराम पटेल, बल्ला देवांगन, फलेश्वर निषाद, प्रमोद साहू, नारायण चंद्राकर, किशुन साहू ने कहा कि राजिम धर्म नगरी होने के साथ-साथ व्यापारिक दृष्टिकोण से भी बहुत मजबूत है। इन्हें तो कब का जिला बन जाना चाहिए था लेकिन शासन और सरकार की बेरुखी के चलते मूर्त रूप नहीं ले पाया है। हम मतदाता है हम ही सरकार बनाते हैं। कांग्रेस ने नहीं बनाया तो भाजपा को ला दिया है। हमें विष्णु सरकार से विश्वास है कि वह राजिम को जरूर जिला बनाएगी। कोपरा के धनसाय निर्मलकर, प्रेम निषाद निषाद, रामू साहू, उमेश जय राम ने बताया कि जिले में कोपरा सबसे बड़ा गांव है लेकिन इनका विकास जिस ढंग से होना चाहिए अभी तक नहीं हुआ है यहां ना कोई कॉलेज की स्थापना हुई है न ही और कुछ विकास दिखता है। हमारे बच्चे पढऩे लिखने के लिए दूसरे प्रदेश व दूसरे शहरों में लाखों रुपया खर्च कर पढ़ाई करते हैं जबकि नजदीक में राजिम शहर है वहां एक भी व्यावसायिक कॉलेज नहीं है। बीएड, डीएड, नर्सिंग कॉलेज, आईटीआई, मेडिकल कालेज, इंजीनियरिंग कॉलेज इत्यादि की पढ़ाई नहीं होती है जिसके कारण आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण यहां के होनहार पढ़ाई छोड़ देते हैं और सेठ साहूकारों की दुकान में लगकर नौकरी करते हैं। जबकि उन्हें बड़े-बड़े पोस्ट में होना चाहिए था। हालांकि इस विधानसभा ने तीन बार मुख्यमंत्री दिए हैं लेकिन उस मुख्यमंत्री ने कोई विकास नहीं किया। मगरलोड भेन्डरी,बुडेनी, नवागांव,खट्टी,करेली, चमसुर,चंदना,मुंहरेंगा के अनेक लोगों ने कहा कि हमारा जिला मुख्यालय धमतरी बहुत दूर है इसके लिए हमें 65 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। वहां चले भी जाओ तो कोई जान पहचान का नहीं रहता है जबकि हमारा गांव राजिम से बिल्कुल नजदीक है राजिम को जिला बनाकर इस क्षेत्र के कम से कम 30 गांव जो राजिम से जुड़ा हुआ है उन्हें धमतरी जिला से हटाकर राजिम जिला में जोड़ दिया जाए। छुरा ब्लॉक के 15 से 20 गांव का लेनदेन समेत हमेशा आना-जाना राजिम नवापारा शहर से लगा रहता है यहां के लोगों ने भी राजिम को जिला बनाने की वकालत की है। फिंगेश्वर, अभनपुर दोनों ब्लॉक के अलावा मगर लोड और छुरा के कुछ गांव को जोड़ दिया जाए तो तकरीबन 285 गांव आ सकते हैं और जनसंख्या की दृष्टि कौन से देखा जाए तो करीब 5 लाख जनसंख्या कवर करती है। यदि राजिम को जिला बनाया तो क्षेत्र का विकास होने के साथ-साथ यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगी और बेरोजगारी से मुक्ति मिलेगी।

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