स्कूली बच्चे सहमे हुए हैं,पालक डरे हुए
राजिम । नवापारा की तर्री में हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने एक ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली है। चूंकि यह शहर नदी के दूसरे छोर पर है। जिस तरह से रेत हाईवा सड़कों पर बेलगाम है इसी तरह से राजिम शहर के अंदरूनी मार्गो से होकर मिनट टू मिनट चौबिसों घंटे सरपट लोडिंग गाडिय़ां दौड़ती रहती है इस पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है। हालांकि जिला मुख्यालय यहां से 44 किलोमीटर दूर गरियाबंद है लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था के अंतर्गत एसडीएम एवं तहसील कार्यालय तथा विधानसभा मुख्यालय राजिम ही है। लोगों का कहना है कि अधिकारियों की उदासीनता आम राहगीरों की समझ से परे हैं। यदि चुपचाप बैठकर घटना का इंतजार करना है तो जिम्मेदार अधिकारियों को ऑफिस खुलवाकर बिठाने का क्या मतलब। बताना होगा कि शहर के आसपास के नदी किनारे गांव में बड़ी संख्या में रेत की अवैध धंधा फल फूल रहा है। स्थानीय लोग ठेकेदार के गुंडागर्दी के दहशत के चलते कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। मानसून की विदाई के साथ ही रेत का खेल शुरू हुआ है जो लगातार पिछले 3 महीने से चल रहा है। इससे सड़कें खराब हो रही है। जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। शहर के आमापारा से होते हुए तथा गरियाबंद रोड से होकर नगर के भीतरी भागों से होते हुए राजधानी रायपुर के लिए यह गाडिय़ां सरपट दौड़ती रहती है। यहां तक की स्कूल टाइम में भी इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है स्कूली बच्चे सहमे हुए हैं। पालक डर गए हैं। लेकिन क्या करें, यदि स्कूल नहीं भेजते हैं तो उनके बच्चे पढ़ाई में कमजोर हो जाएंगे। आसपास के गांव के सैकड़ो बच्चे स्कूल कॉलेज में पढ़ाई के लिए आते हैं। इनमें से सुबह से ही साइकिलों में छात्र-छात्राएं आना-जाना करते रहते हैं जो शाम 6:00 बजे तक चलता रहता है। इस समय बड़ी संख्या में यह गाडिय़ां निकलती है। बताना जरूरी है कि राजिम धर्म नगरी है इस लिहाज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटकों का भी आना-जाना लगा रहता है। कई बार सुनने को मिला है कि सड़कों की कंडम हालत एवं यातायात की बिगड़ी स्थिति को देखकर बाहर से आने वाले पर्यटक दूर से ही वापस चले जाते हैं। दीपावली त्यौहार पर तो 1 मिनट में 10 गाडिय़ां निकल रही थी। इन्हें देखते हुए लोग खरीदारी के लिए घर से बाहर नहीं निकले, त्यौहार के नजदीक आते ही मजबूरी में लेनदेन के लिए बाजार आए हुए थे। सुबह शाम गाडिय़ों के कारण सड़कें गीली हो जाती है जिसके कारण फिसल कर भी लोग गिर जाते हैं राहगीर मंगलू, मोहित, वेदन, एकांत, विष्णु, दीनदयाल ने बताया कि ऐसी स्थिति पहली बार हुई है इस तरह से अवैध कारोबार को खुला छोडऩे तथा जनता को परेशानी में डालना कहां का न्याय है लोगों ने नवनिर्वाचित विधायक रोहित साहू एवं जिला कलेक्टर आकाश छिकारा से शीघ्र रेत भरी हाईवा से परिवहन बंद करने की मांग की है।